Puri Jagannath Temple Fog: भुवनेश्वर. गुरुवार सुबह ओडिशा घने कोहरे और कड़ाके की ठंड की चादर में लिपटा रहा. इससे कई मशहूर जगहें दिखाई नहीं दीं और रोजमर्रा की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हुई.
पुरी में श्रीमंदिर और जगन्नाथ मंदिर के ऊपर लगा नीलचक्र दिखाई देना बंद हो गया. वहीं कोणार्क का सूर्य मंदिर भी घने कोहरे में छिपा रहा. दूर से इसकी भव्यता देखने आए पर्यटक निराश नजर आए.
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घने कोहरे ने भुवनेश्वर और आसपास के कटक शहर को भी अपनी चपेट में ले लिया. कई इलाकों में विजिबिलिटी घटकर करीब 30 मीटर रह गई. प्राइवेट वाहन, बसें और दोपहिया वाहन बेहद धीमी रफ्तार से चलते दिखे. नेशनल हाईवे-16 पर माल से लदे कई ट्रकों को रोकना पड़ा, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई.
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भुवनेश्वर, कटक, पुरी, सुंदरगढ़, कंधमाल, कालाहांडी और कोरापुट जिलों के लिए घने कोहरे की पीली चेतावनी जारी की है. अधिकारियों ने यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी है, क्योंकि कई जिलों में हालात जोखिम भरे बने हुए हैं.
कड़ाके की ठंड और लगभग शून्य विजिबिलिटी के कारण राज्य में ट्रांसपोर्ट और टूरिज्म दोनों प्रभावित हुए हैं. पवित्र तीर्थस्थल हों या हलचल भरे शहर, सब धुंध में छिपे नजर आए. इससे ओडिशा के लोगों को ठंड के मौसम में सतर्क रहने और बेहतर तैयारी की जरूरत का अहसास हुआ.
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