सुशील सलाम,कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में पुलिस ने नक्सलियों के शहरी नेटवर्क को ध्वस्त किया है. माओवादियों को सामान और पैसा पहुंचाने वाले राजनांदगांव के ठेकेदार सहित पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोग शामिल हैं. इन लोगों के पास से पुलिस ने एक डस्टर कार, एक हुंडई कार और 10 मोबाइल फोन जब्त किया है.
कांकेर पुलिस अधीक्षक एमआर आहिरे ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पिछले 2 साल से नक्सलियों को यह लोग सामान पहुंचा रहे थे और लाखों रुपए की आर्थिक सहायता कर रहे थे. 24 मार्च को एक ठेकेदार की गिरफ्तारी के बाद सिकसोड़ थाना पुलिस नक्सलियों के शहरी नेटवर्क का खुलासा करने में जुटी थी. उन्होंने ने बताया कि लैंड मार्क इंजीनियर कंपनी बिलासपुर के निशांत जैन और लैंड मार्क रॉयल इंजीनियर कंपनी राजनांदगांव के वरुण जैन के नाम से कांकेर जिले में पीएमजीएसवाई के तहत अंतागढ़, आमाबेड़ा, सिकसोड़ और कोयलीबेड़ा जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण का काम संबंधित फर्म को विभाग द्वारा दिया गया था.
इस फर्म द्वारा रुद्रांश अर्थ मूवर्स के पार्टनर अजय जैन और कोमल वर्मा को अधिकार पत्र के माध्यम से काम करने के लिए दे दिया गया था. जिसके द्वारा अंदरूनी क्षेत्रों में कार्य करने के दौरान नक्सलियों से संपर्क और संबंध स्थापित कर उन्हें वर्दी, कपड़ा, जूता, मेनपेक सेट, नगद पैसे और अन्य सामग्री सप्लाई किया जा रहा था.
कांकेर पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है. पुलिस का दावा है कि अभी भी इस मामले की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और कार्रवाई होगी. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में राजनांदगांव के रहने वाले अजय जैन कोमल, प्रसाद वर्मा, कोयलीबेड़ा के रोहित नाग, सुशील शर्मा मेरठ उत्तर प्रदेश और सुरेश शरणागत बालाघाट को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इनके पास से एक डस्टर कार, एक हुंडई कार और 10 मोबाइल फोन जब्त किया है.