रायपुर। व्यावसायिक प्रशिक्षकों के 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे बैच की शुरुआत 13 अक्टूबर से हुई थी. तीसरे दिन रविवार को भी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का आयोजन मयंक वरवड़े प्रबंध संचालक राज्य माध्यमिक शिक्षा मिशन के निर्देशों पर किया जा रहा है.
कार्यक्रम में पंडित सुंदरलाल शर्मा केंद्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान से आए प्रोफेसर स्वरूप मेहरोत्रा ने बताया कि वर्तमान में संचार के आधुनिक साधन तो बहुत हैं, लेकिन उनका इस्तेमाल जरूरत के मुताबिक और कुशलता से किया जाना बेहद महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि
व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रयोगशाला की जरूरत को नकारा नहीं जा सकता.
प्रोफेसर स्वरूप मेहरोत्रा ने बताया कि प्रदेश के 25 स्कूलों में प्रयोगशाला संचालित हैं और 366 विद्यालयों में लैबोरेट्री के निर्माण की स्वीकृति मिल गई है. इसे दिसंबर 2017 तक पूरा कर लिया जाएगा.
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे सत्र में तुहिन देव संचालक राज्य संसाधन केंद्र ने व्यावसायिक प्रशिक्षकों को जीवन कौशल के बारे में जानकारी दी. इस कार्यक्रम में राज्य माध्यमिक शिक्षा मिशन के संयुक्त संचालक के कुमार विशेष रूप से मौजूद थे.