रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश के सभी धान खरीदी केन्द्रों में बारिश से धान को बचाने, सुविधाजनक और व्यवस्थित रूप से धान खरीदी कार्य के लिए चबूतरों का निर्माण किया जा रहा है। राज्य के 2048 धान खरीदी केन्द्रों में चबूतरा निर्माण के लिए प्रथम चरण में 4649 चबूतरों के निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। इनमें 4630 चबूतरों का निर्माण किया जा चुका है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा सभी कलेक्टरों और जिला कार्यक्रम समन्वय को द्वितीय चरण में धान खरीदी केन्द्र में चबूतरा निर्माण के लिए स्थल का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हाल में ही आयोजित छत्तीसगढ़ ग्रामीण रोजगार गारंटी परिषद की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में प्रदेश में संचालित सभी धान खरीदी केन्द्रों में न्यूनतम 4 चबूतरा बनाये जाने के लिए नीतिगत निर्णय लिया गया है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों और जिला कार्यक्रम समन्वयकों को पत्र लिखकर धान खरीदी केन्द्र में पूर्व में बनाए गए चबूतरों के भौतिक सत्यापन और नये चबूतरों के निर्माण का आकलन करने के निर्देश दिए हैं। जिससे द्वितीय चरण में चबूतरा निर्माण के लिए स्वीकृति दी जा सके। द्विवेदी अपने पत्र में कहा है कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, सहकारिता तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय कर द्वितीय चरण में निर्मित होने वाले चबूतरा निर्माण के लिए उपयुक्त स्थलों का चिन्हांकन जल्द किया जाए। साथ ही जिला स्तर पर चिन्हांकित चबूतरा निर्माण स्थलों, धान उपार्जन केन्द्रों की संख्या भी विभाग को उपलब्ध कराई जाए, जिससे कि राज्य स्तर पर इन्हें मॉनिटरिंग करते हुए समयावधि में पूर्ण कराया जा सके।
प्रमुख सचिव ने पत्र में अवगत कराया कि राज्य सरकार की प्राथमिकता वाले चबूूतरा निर्माण कार्य के लक्ष्य निर्धारण एवं प्रगति की समीक्षा के लिए गूगल स्प्रेड शीट ’चबूतरा फेस-2’ के नाम से जारी की जा रही है, जिसमें प्रतिदिन प्रत्येक कॉलम की जानकारी की प्रविष्टी करवाया जाना सुनिश्चित किया जाए।