रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधायक नारायण चंदेल ने प्रदेश में लगातार हो रही हाथियों की मौत को लेकर प्रदेश सरकार व वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है. प्रदेश सरकार को वन्य प्रणियों की सुरक्षा के मामले मंक भी फिसड्डी सरकार बताते हुए कहा कि जबसे प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई है, वन और वन्य प्राणियों पर आफतों का पहाड़ टूट पड़ा है. बावज़ूद इसके, प्रदेश सरकार इन मामलों को गंभीरता से नहीं ले रही है.

भाजपा प्रदेश महामंत्री व विधायक चंदेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में वन मंत्री के दावों और आदेश के बावज़ूद लगातार हाथियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोरबा में सोमवार सुबह हाथी के एक बच्चे के मिले शव की ख़बर का हवाला देते हुए चंदेल ने कहा कि महज़ 5 महीनों में प्रदेशभर में 14 हाथियों की मौत प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली का निकम्मापन तो ज़ाहिर कर ही रहा है. साथ ही इस बात की आशंका को भी बल प्रदान कर रहा है कि प्रदेश में राजनीतिक संरक्षण में कोई तस्कर ग़िरोह इन वारदातों को इरादतन अंजाम दे रहा है और वन्य प्राणियों व उनके अंगों की तस्करी कर रहा है. प्रदेश सरकार के नाकारापन का आलम यह हो चला है कि प्रदेश में अब आम आदमी के साथ-साथ वन्य प्राणी भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं. बेख़ौफ़ अपराधियों पर नकेल कसने के प्रदेश सरकार के तमाम दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं.

भाजपा प्रदेश महामंत्री व विधायक चंदेल ने कहा कि पूरे प्रदेश में ज़ंगलों का दायरा सिमटता चला जा रहा है, फलस्वरूप वन्य प्रणी ख़ुद को असुरक्षित पाकर ज़ंगल छोड़ कर जा रहे हैं. फिर उन वन्य प्राणियों का अवैध शिकार कर वन्य प्रणियों के अंगों की तस्करी करने वाला गिरोह सक्रिय है. हाल ही एक मादा हाथी के शव से दाँत का नहीं मिलना भी इस आशंका को बल प्रदान कर रहा है. इसी प्रकार हाथियों की लगातार मौतों की सामने आईं ख़बरों में यह तथ्य काफी चिंताजनक है कि मृत हाथियों के शरीर में रासायनिक पदार्थ (ज़हर) मिला है. चंदेल ने प्रदेश सरकार को वनों और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के मामले में संज़ीदगी से काम करने की नसीहत देते हुए मांग की कि प्रदेश में लगातार हाथियों की संदिग्ध परिस्थितियों में हो रही मौतों के मामले में इस ताज़ा और इससे पहले हुई वारदातों की बारीकी से जाँच कर दोषियों पर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाए.