रायपुर। गुढ़ियारी पत्थरबाजी मामले को लेकर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज आईजी कार्यालय पहुंचा. कांग्रेसियों ने घटना पर IG प्रदीप गुप्ता से कार्रवाई करने की मांग की.
कांग्रेस ने पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की. साथ ही घटनास्थल पर तैनात पुलिस अधिकारियों की कॉल डिटेल की जांच की मांग भी की. कांग्रेसियों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल पर दर्ज बलवा का मामला हटाने की मांग भी की.
IG को सुनाई खरी-खरी
कांग्रेस नेताओं ने IG प्रदीप गुप्ता को खरी-खरी सुनाई. महापौर प्रमोद दुबे ने कहा कि पुलिस राजनीति से प्रेरित होकर कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा कि कई पुलिस वाले आए और गए. उन्होंने कहा कि हम भी यहीं हैं और आप भी यहीं हैं, अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो फिर देखेंगे.
इस मौके पर पूर्व महापौर किरणमयी नायक, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, कांग्रेस प्रदेश महासचिव शैलेश नितिन त्रिवेदी, महापौर प्रमोद दुबे, शहर कांग्रेस अध्यक्ष विकास उपाध्याय, पूर्व विधायक रमेश बल्यानी और पूर्व जिलाध्यक्ष पंकज शर्मा मौजूद रहे.
IG ने मानी गलती
वहीं गुढ़ियारी पत्थरबाजी मामले में IG प्रदीप गुप्ता ने गलती मानी है. उन्होंने कहा कि पथराव नहीं होना चाहिए था. हालांकि उन्होंने कहा कि पुलिस जांच कर रही है और पुलिस के पास घटना का वीडियो भी है. IG ने आरोपियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया.
ये भी पढ़ें-
पत्थरबाज़ी पर बोली कांग्रेस, खाकी छोड़ भगवा डाल ले पुलिस, बीजेपी ने क्या कहा, पढ़िए
गौरतलब है कि 8 नवंबर को नोटबंदी के एक साल होने पर कांग्रेस ने देशभर में काला दिवस मनाया था. इसी दौरान गुढ़ियारी इलाके में बीजेपी-कांग्रेस के बीच हिंसक झड़प हो गई. मौके पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, चरणदास महंत समेत संगठन के तमाम आला नेता इस काला दिवस के प्रदर्शन में शामिल थे.
पत्थरबाजी में कांग्रेस-भाजपा के तकरीबन डेढ़ दर्जन लोगों को चोट आई थी. ये सबकुछ पुलिस के सामने हुआ.
कांग्रेस ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
कल गुढ़ियारी मामले में कांग्रेस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा ने कहा था कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने छत के ऊपर से पत्थर फेंके. पहले से उन्होंने पत्थर भरकर बोरे में रखे थे. उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस की रिपोर्ट पुलिस ने दर्ज नहीं करके एकतरफा कार्रवाई की. पीसी में उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस घटना को टालने की कोशिश नहीं की. पुलिस ने भाजपाईयों को हमला करने का पूरा मौका दिया.