रायपुर. छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल से रिश्वत लेने का एक अनोखा मामला सामने आया है. रायपुर से एक महिला अधिकारी समेत दो लोगों की टीम शासकीय गाड़ी से खरोरा पहुंचे.

यहां उन्होंने श्रीमती कांति देवी स्मृति अस्पताल का निरीक्षण किया और कुछ खामिया बताते हुए कहा कि लाखों रुपए का जुर्माना लगेगा.

इसके बाद वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ  डॉ महेंद्र देवांगन ने पूछा कि इतना जुर्माना ? तो अधिकारियों की टीम ने कहा- ऐसा करों हम रायपुर से आए है. 4-4 हजार रुपए खर्चा पानी करवा दो.

इस पर डॉ महेंद्र देवांगन ने अपना परिचय देते हुए बताया कि मैं वरिष्ठ कांग्रेस नेता गिरीश देवांगन (खनिज विकास निगम के अध्यक्ष) का भाई हूं आप मुझसे भी रिश्वत डिमांड कर रहे है ?

तो रिश्वत मांगने पहुंचे अधिकारियों कहा, आप वरिष्ठ कांग्रेस नेता के बड़े भाई है तो रिश्वत 5-5 हजार रुपए करवा दीजिए.

वहां से वे रिश्वत लेकर रायपुर आ गए. इसके बाद उक्त वरिष्ठ डॉक्टर ने पूरे मामले की लिखित शिकायत इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के माध्यम से सीधे पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर से की.

इसके बाद विभागीय जांच की गई और रिश्वत लेने वाली महिला अधिकारी चंद्रिका कवर वैज्ञानिक क्षेत्रिय कार्यालय को निलंबित कर दिया गया है.

वहीं इस मामले में उक्त महिला अधिकारी के साथ गए एक अन्य स्टॉफ के बारे में पता नहीं चला है. लेकिन विभागीय सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के बाद उक्त स्टॉफ के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.