बिलासपुर. एक स्कूल में केमेस्ट्री टीचर (Chemistry Teacher) और छात्र के बीच अश्लील चैट, प्राइवेट पार्ट काटने और छात्र के सुसाइड का मामला सामने आया है. इस पूरे मामले ने शिक्षिका और छात्र के पवित्र संबंध को तार-तार कर दिया है.
छात्र कितना टैलेंटेड था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छात्र ने जो सुसाइड नोट (Suicide Note) लिखा है उसको डिकोड (Decode) करने में पुलिस के लिए दिन-रात एक करना पड़ा. ये पूरा मामला बिलासपुर का है.
घटना बिलासपुर (Bilaspur) के तोरवा थाना क्षेत्र की है. सरकंडा में एक स्कूल है. जिसका नाम है लोयला. यहां पढ़ाती थी आरोपियां आराधना एक्का. इसी स्कूल में पढ़ता था मृतक. हालांकि अभी दोनो इस स्कूल में नहीं है. उक्त केमेस्ट्री टीचर शिक्षाकर्मी हो गई है.
इसी स्कूल से टीचर और छात्र का पवित्र बंधन धीरे-धीरे प्यार में बदल गया. प्यार एक तरफा छात्र की तरफ से था, या टीचर की तरफ से भी इसकी जांच अभी पुलिस कर रही है.
लेकिन जैसे ही छात्र को पता चला कि टीचर की शादी होने वाली हैं, वो काफी परेशान हो गया. लेकिन प्रारंभिक रूप से जांच में जो बाते सामने आई है वो बेहद चौकाने वाली है.
सूत्र बताते हैं कि एक मैसेज छात्र के मोबाइल से रिकवर हुआ है. जिसमें वो ये कह रहा है कि टीचर ने जबरन उसके प्राइवेट पार्ट को काटा.
इतना टैलेंटेड था मृतक
मृतक नाबालिग छात्र कितना टैलेंटेड था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने अपनी टीचर का मोबाइल अपने घर ले जाकर उसमें ऐसे सॉफ्टवेयर (Software) अपलोड कर दिए, जिससे टीचर के मोबाइल की सारी एक्टिवीटी से वो अपडेट रहता. टीचर के वाट्सअप (Whatsapp), फेसबुक (FaceBook) यहां तक की मोबाइल का कैमरा भी उसने हैक कर लिया. कुछ दिनों बाद टीचर को ये अहसास हुआ कि उसका मोबाइल हैक (Mobile Hack) है तो वो छात्र के घर 18 मार्च को गई, टीचर के घर से निकलने के आधे घंटे बाद ही छात्र ने सुसाइड कर लिया.
सभी दोस्तों को भेजे शेड्यूल मैसेज
छात्र ने अपने सभी दोस्तों को कोडिंग कर शेड्यूल मैसेज भेजे. यही कारण है कि आत्महत्या करने के कई घंटों बाद उसके सभी दोस्तों को मैसेज आ रहे है. ये क्रम अभी भी जारी है. ये सभी मैसेज टेलीग्राम समेत अन्य सोशल साइट् (Social Site) के माध्यम से अब भी आ रहे है. इसी मैसेज से खुलासा हुआ है कि टीचर और छात्र के बीच अश्लील चैटिंग हुए और आरोपी केमेस्ट्री टीचर सेक्सूअल (Sexual) संबंध के लिए उक्साती थी.
मॉल में मिलती थी टीचर
मैसेज से खुलासा हुआ है कि केमेस्ट्री टीचर और छात्र से मॉल (Mall) में अकेले मिलते थे. इसके अलावा टीचर के जन्मदिन (Birthday) पर उक्त छात्र ने फोटो का कोलार्ज बनाकर उसे Wish किया था. इतना ही नहीं जो सुसाइड नोट छात्र ने लिखा है वो बेहद चौकाने वाला है. छात्र के सुसाइड नोट के कोडिंग को समझने के लिए बिलासपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल (IPS) के नेतृत्व में सीएसपी निमेश बरय्या और एसआई प्रभाकर तिवारी ने इसको डिकोड किया. पुलिस ने इस मामले में टीचर आराधना एक्का को आरोपी बनाने हुए धारा 306 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. प्राइवेट पार्ट को काटने वाले मैसेज को लेकर आरोपियां से पूछताछ की तैयारी है. एक सूत्र ने बताया कि टीचर ने छात्र के प्राइवेट पार्ट में पिन भी चुभाई थी.
जाने इस सुसाइड नोट के कोडिंग का सार
जब आप यह पढ़ रहे होंगे मैं जिंदा नहीं होउंगा. मैने अपनी पीड़ाओं को खत्म कर रहा हूं. मैं अपने मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना को समाप्त करना चाहता हूं. मैं अगर जिंदा रहा तो कोई मुझ पर भरोसा नहीं करेगा. यह समाज अंधा और पिछड़ा हुआ है. भारतीय समाज में पुरुष हमेशा गलत होता है, और औरत कभी गलत नहीं हो सकती है. लैंगिंक समानता दुष्कर्म कानून जैसी कोई चीज नहीं है. बच्चों की प्रताड़ना जैसे कोई चीज नहीं है. शायद मेरी मौत से इस दुनिया में बेहतरी के लिए सुधार हो सके. मैं खुलकर बताना चाहता हूं लेकिन कहने के लिए ज्यादा समय नहीं है. मैं बहुत कुछ लिखना चाहता हूं. यदि कोई जिम्मेदार शख्स इस बात को पढ़कर न्याय दिलाना चाहता है. तो मैं पूरे सबूत देना चाहता हूं. इस समाज में पुरुष के खिलाफ बहुत से गलत मामले दर्ज हैं. यह कोई महिलावाद नहीं है. यदि हमारा देश भी न्याय नहीं दिला पाता तो कर्म है ना, और कर्म सभी कानूनों से ऊपर है. यहां तक भगवान भी कर्म से भाग नहीं सकता है. कर्म कोई भेदभाव नहीं करता है. तो कर्म का जब समय आएगा तब कर्म अपना काम करेगा. इसके पहले मैने पीड़ा देने वाले का जिक्र किया है, तो वह अच्छा शख्स होता, लेकिन मैने शैतान के चेहरे को देख लिया है. मैं अब भी यकिन नहीं कर पा रहा हूं जो मेरे साथ हुआ है. मेरे साथ जो हुआ है किसी भी बच्चे, पुरुष या इंसान के साथ न हो. मेरा शरीर भले ही शांत हो गया हो, लेकिन मेरी आत्मा शांत नहीं रहेगी. मैं यह सबकुछ उल्टे हाथ से लिख रहा हूं. आप सोच रहे हैं कि इस तरह की मौत क्यों. बता दूं कि मैं महान पैदा नहीं हुआ था, मैं महानों की तरह नहीं रहा लेकिन मैं एक महान मौत तो मर सकता हूं.
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