रायपुर। बीजापुर में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 25 से ज्यादा जवान लापता बताए जा रहे हैं. इससे शहीद जवानों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. शहीद जवानों के शव को रिकवर करने के लिए बैकअप पार्टी भेजी गई है. घटनास्थल के आसपास नक्सलियों के बटालियन की टीम के मौजूद होने का अंदेशा है, जिसकी वजह से बैकअप पार्टी सावधानी से आगे बढ़ रही है.

नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में घायल 30 घायल जवानों को अस्पताल पहुंचाया गया. जिनमें 7 का इलाज रायपुर और 23 का बीजापुर में चल रहा. सभी की स्थिति खतरे से बाहर बताई गई है. वहीं बीजापुर में हुई नक्सली घटना के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फोन करके उनसे विस्तृत चर्चा की.

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री को बीजापुर में राज्य और केंद्र के सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ की मैदानी स्थिति से अवगत कराया. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को हुई क्षति दुखद हैं, लेकिन सुरक्षा बलों के हौंसले बुलंद हैं और नक्सली हिंसा के विरुद्ध यह लड़ाई हम ही जीतेंगे.

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री से कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर इस लड़ाई को अवश्य जीतेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से जो भी आवश्यक मदद होगी वो राज्य सरकार को दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के महानिदेशक को घटना स्थल पर जाने के निर्देश दिए हैं.

नक्सलियों को हुआ भारी नुकसान

वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजापुर नक्सल हमले पर कहा कि माओवादी अपने अस्तित्व की आख़िरी लड़ाई लड़ रहे हैं. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मेरी बात हुई है. नक्सलियों को भारी नुक़सान हुआ है. हमारे जवानों ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी है. शहीद जवानों की शहादत का बदला लेंगे.

उन्होंने कहा कि नक्सल हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों में हो रहे लगातार विकास कार्यों से ग्रामीणों का नक्सलियों से मोह भंग हो रहा है और वे लगातार विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं. स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य सुविधाएं अंदरूनी गांवों तक सुलभ हो रही हैं और नक्सली विचारधारा से लोग विमुख हो रहे हैं. इससे बौखला कर नक्सली इस तरह के हमले कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रहे हैं. राज्य सरकार न इससे डरने वाली हैं और नहीं अपने विकास कार्यों को हर गांवों तक पहुंचाने के संकल्प से डिगने वाली हैं.

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