गुवाहाटी से वैभव बेमेतरिहा की रिपोर्ट

असम. हिमंता बिस्व सरमा के बयान से कहीं भाजपा का समीकरण बिगड़ तो नहीं गया ? यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि क्योंकि हिमंत ने तीसरे चरण के मतदान के पहले कहा कि एजेपी तो हमारी बनाई हुई पार्टी है. हमने ही असम जाति परिषद को खड़ा किया है. हिमंता के इस बयान के बाद असम में एजेपी जहां मुश्किल में है तो भाजपा सियासी तौर पर घिर गई है. क्योंकि बीजेपी का आंतिरक गठबंधन अब खुलकर सामने आ गया है. असम के राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इससे बीजेपी का समीकरण बिगड़ सकता है.

इसे भी पढ़े- बीजेपी के इस नेता का बयान, बोले- कोरोना चला गया, मास्क लगाने की जरूरत नहीं…

दैनिक पूर्वोदय के संपादक रविशंकर रवि का कहना है कि असम का चुनाव अभी जैसा दिख रहा है, वैसा बिल्कुल नहीं है. अंतिम चरण के मतदान के बाद भी यह स्पष्ट नहीं कहा जा सकता कि सरकार कौन सी पार्टी बनाने जा रही है. परिणाम आने तक की प्रतीक्षा करनी होगी. लेकिन जहां तक बात हिमंत बिस्वा के बयान की है तो इससे बीजेपी के साथ-साथ आरडी-एजेपी गठबंधन को भी नुकसान हो सकता है. हालांकि यह कितना होगा इसका आंकलन नहीं किया जा सकता. लेकिन हिमंत के बयान से एजेपी की मुश्किलें जरूर बड़ गई है. मुझे तो लग रहा है कि एजेपी-आरडी गठबंधन का कोई असर नहीं दिख रहा. सीएए के मुद्दे को लेकर ये दोनों ही पार्टी अस्तिव में आई लेकिन इस मुद्दे को दोनों दल भुना पाने में नाकाम रहे. उनका यह भी कहना है कि असम जाति परिषद एक से दो सीट ही जीत सकती है, जबकि रायजोर भी कुछ खास प्रदर्शन करती नजर नहीं आ रही है. कुल मिलाकर गठबंधन को 2 से 3 सीट मिल सकती है.

इसे भी पढ़े- असम में CM भूपेश की हुंकार, BJP पर भी वार, कहा-भाजपा के बहकावे में मत आना…!

वहीं मतदाताओं की बात करे तो वे अभी स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कह रहे हैं. गुवाहाटी शहर में लोग बीजेपी-बीजेपी तो बोलते मिले, लेकिन जब हमने बरपेटा, शेंगा, नालबरी जैसे इलाकों का दौरा किया तो पाया कि प्रचार अभियान में बीजेपी-कांग्रेस के साथ-साथ एजेपी भी पीछे नहीं है. हालांकि ग्रामीण मतदातों का झुकाव कांग्रेस की ओर ज्यादा दिखा. मतदाताओं का कहना है कि मुकाबला तो कांग्रेस और भाजपा के बीच है. दोनों ही राष्ट्रीय दल के बीच कड़ा संघर्ष है.

पलटन बाजार के कई व्यापारियों से भी हमने बात की उन्होंने भी यह माना कि आरडी-एजेपी पर हिमंत के बयान के बाद गठबंधन पर से लोगों का भरोसा टूटा है. तीसरे चरण के चुनाव मे फायदा कांग्रेस को हो सकता है.

बता दें कि तीसरे चरण के लिए कल 40 सीटों पर मतदान है.

 

read more- Aggressiveness towards Hacking: Indian Organizations under Chinese Cyber Attack