रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस मॉनिटरिंग सेल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं. जिस कमेटी का गठन फेक न्यूज पर निगरानी रखने के लिए बनाया गया है. वही कमेटी सही जानकारी को झूठा बतला रही है. दरअसल भूपेश सरकार ने विधानसभा में विज्ञापन पर किए गए खर्चों का जबाव दिया था. अब यह लेटर सोशल मीडिया में वायरल है. जिसे कांग्रेस की फ़ेक न्यूज़ मानिटरिंग सेल ने फ़ेक बता दिया है. सोशल मीडिया में किरकिरी होने के बाद कांग्रेस ट्वीट को डिलीट कर दिया है.

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छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार द्वारा सिर्फ 1 साल में मीडिया को 1 अरब 72 करोड़ रुपये प्रचार के लिए देने की खबर #Fake है. Chhattisgarh Congress Fake News Monitoring Cell इस वायरल खबर को #FakeNews घोषित करती है. नागरिकों से अनुरोध करती है कि इसे आगे न बढ़ाएं.

अब कांग्रेस ने दी सफाई

हालांकि अब कांग्रेस ने सही जानकारी को फेक बताने पर सफाई भी दी है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि ये भाजपाई साजिश का हिस्सा है. विधानसभा में दी गई जानकारी सही है. भाजपा इस जानकारी को भ्रामक तरीके से प्रस्तुत कर रही है. 1 अरब 72 करोड़ रुपए विज्ञापन की राशि में रमन सरकार का भी बकाया राशि शामिल है.

विधानसभा में कांग्रेस ने दिया था जवाब

बता दें कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी विधायक धरमलाल कौशिक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से यह सवाल पूछा था कि 1 साल में (1जनवरी 2020 से 21 जनवरी 2021 तक छत्तीसगढ़ सरकार ने विज्ञापन पर कितना पैसा खर्च किया है ? जिस पर भूपेश सरकार ने कहा कि जनसंपर्क ने एक साल में 1 अरब 72 करोड़ 27 लाख 42 हज़ार विज्ञापन में खर्च किया है. इस विषय को लेकर सोशल मीडिया में काफी चर्चा भी हुई थी. आखिर फिजूलखर्ची की बात ना करने वाली सरकार ने 1 साल में इतना पैसा खर्चा क्यों कर दिया ?

विधानसभा में भूपेश सरकार की तरफ से दी गई जानकारी

ये हैं मॉनिटरिंग सेल के सदस्य

गौरतलब है कि 17 अप्रैल को कांग्रेस ने ‘छत्तीसगढ़ कांग्रेस फेक न्यूज मॉनिटरिंग सेल’ का गठन किया था. इस कमेटी में शैलेष नितिन त्रिवेदी (प्रदेश अध्यक्ष, संचार विभाग), जयवर्धन बिस्सा (प्रदेश अध्यक्ष, आईटी सेल), आर. पी सिंह (प्रदेश प्रवक्ता) और आयुष पांडेय (प्रदेश महासचिव, आईटी सेल) शामिल है.

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