कुमार इन्दर, जबलपुर। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में पूछताछ के लिए जबलपुर पहुंची गुजरात पुलिस को आरोपी सपन जैन गुमराह कर रहा है. पुलिस से पूछताछ में आरोपी ने 30 से 35 इंजेक्शन नदी में फेंकने की बात कही. उसने बताया कि तिलवारा पुल के पास नदी में नकली इंजेक्शन फेंका है. हालांकि पुलिस मामले में आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

इसी मामले में दूसरे आरोपी देवेश चौरसिया को गुजरात पुलिस पूछताछ के लिए अपने साथ ले जाएगी. वहीं गुजरात के राजकोट से आए आरोपी से मध्य प्रदेश एसआईटी ने पूछताछ की है. बता दें कि नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में पूछताछ के लिए बीते दिनों गुजरात पुलिस जबलपुर के ओमती थाना पहुंची थी.

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दरअसल, सरबजीत सिंह मोखा के तार गुजरात के मोरबी में बनी नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन से जुड़े हैं. जबलपुर से गिरफ्तार दवा व्यवसायी ने सरबजीत सिंह मोखा का नाम लिया था. गुजरात से नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मध्य प्रदेश में सप्लाई होने का कनेक्शन 7 मई को सामने आया था. जब गुजरात पुलिस सपन जैन नाम के दवा व्यापारी को यहां के आधारताल इलाके से पकड़कर रातों-रात गुजरात ले गई थी. अपने बयान में सपन ने सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा का नाम लिया था. सपन जैन ने इसी अस्पताल को 450 से ज्यादा नकली इंजेक्शन दिए थे.

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आपको बता दें गुजरात के एक गांव में नकली रेमडेसिविर बनाए जाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ था. इस फैक्ट्री में ग्लूकोज और नमक से नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाए जा रहे थे, जिसकी सप्लाई मध्यप्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में की गई थी. गुजरात पुलिस इससे पहले इंदौर से सुनील मिश्रा और जबलपुर से संदीप जैन को गिरफ्तार कर चुकी है.

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