प्रतीक चौहान. रायपुर. अपने तीन बेटों को वन विभाग में सरकारी नौकरी दिलाने के चक्कर में पिता ने बैंक से लोन लिया लेकिन वह 420 का शिकार हो गए. लेकिन उन्हें जब पता चला कि उनके साथ प्रदेश के दर्जनों लोग भी वन विभाग में नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार हुए है.

धमतरी के सिहावा पुलिस के पास एक अनोखा मामला पहुंचा है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी  टीकाराम भगत और दीनदयाल साहू पर वन विभाग में नौकरी के नाम पर कुछ लोगों ने शिकायत की है. बेरोजगार एमए पास सोहिल पटेल को आरोपी टीकाराम भगत सरकारी नौकरी लगवाने का प्रस्ताव लेकर पहुंचे. चूंकि उनसे पारिवारिक जान-पहचान थी तो वे जल्द ही उनके झांसे में आ गए.

आरोपी ने झांसा देते हुए बताया कि वन विभाग में पुरानी भर्ती खुली है और उसकी जान-पहचान उच्च अधिकारियों से है और वह नौकरी लगवा देगा. नौकरी भी एक महीने के अंदर ही मिल जाएगी. आरोपी की बातों में आकर प्रार्थी के पिता ने भारतीय स्टेट बैंक से लोन लिया. एमए पास युवक डिप्टी रेंजर बनना चाहता था. इसलिए उसके लिए पिता ने 1 लाख रुपए आरोपी को दिए. उसका छोटा भाई विपीन पटेल फारेस्ट गार्ड बनना चाहते था. इसके लिए 50,000 रूपया एवं उसका सबसे बड़ा भाई यतेन्द्र पटेल ड्रायवर पद के लिये 50,000 रुपए आरोपी के बैंक अकाउंट में जमा करवाएं.

सरकारी नौकरी लगने की बाते परिवार के बीच तेजी से फैलने लगी तो परिवार के अन्य सदस्य भी नौकरी के झांसे में आ गए और प्रार्थी के दोस्त संतानु यादव ने 45,000 रूपये और मुह बोली भतीजी पूनम छेदईया ने भी फॉरेस्ट गार्ड के लिए 90,000 रुपए दिए. लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी नौकरी लगी लगी तो सभी बेचैन होने लगे. इसके बाद टिकाराम भगत (आरोपी) से सभी ने अपने-अपने पैसा वापस मांगना शुरू किया.

जिसके बाद उक्त आरोपी ने बताया कि उसने ये पैसे रायपुर खम्हारडीह निवासी दीनदयाल साहू को दिए है. सभी पीड़ित रायपुर उक्त आरोपी के पास पहुंचे जहां पहले नौकरी और फिर जल्द पैसे वापस देने की बात कही गई. लेकिन इसी बीच पता चला कि ऐसे दर्जनों लोग है जिन्होंने उक्त आरोपियों को नौकरी के लिए पैसे दिए है.

इन-इन लोगों ने दिए पैसे

लल्लूराम डॉट कॉम के पास मौजूद जानकारी के मुताबित मनीष देवांगन सेमरा ने 80,000, पंकज साहू सिरसिदा ने 1 लाख, आनंद राम साहू बोरसी दुर्ग ने 80,000, केदार भगत बठेना धमतरी ने 40,000, ज्ञान प्रकाश निषाद पलना थाना विश्रामपुरी जिला कोंडागांव ने 50,000, कु. रूखमणी निषाद जंगलपारा विश्रामपुरी जिला कोंडागांव ने 55,000 रूपए दिए है. हालांकि उक्त युवती को 40 हजार रुपए वापस दिए जाने की जानकारी दी गई. संतुराम निषाद सियारीनाला थाना केरेंगांव धमतरी ने 38,000, दीपक सोनी लाईनपारा नगरी ने 2 लाख 95,000, विसनाथ यादव बतबनी थाना नरहरपुर जिला कांकेर ने 40,000,  हरचंद वट्टी भैसमुंडी थाना नरहपुर जिला कांकेर ने 1 लाख 50,000, देवेन्द्र देवांगन अंबेडकर चौक गंजपारा महासमुंद ने 1 लाख 50,000, श्रवण यादव ग्राम सेमरा ने 50,000, हिरउ राम कोसरे नगरी ने 1,00,000 रुपए नगदी उक्त आरोपियों को दिए है.