राठ. भारतीय किसान यूनियन ने शनिवार को तहसील गेट पर कृषि कानून की प्रतियां फाड़ कर विरोध जताया. बुंदेलखंड महासचिव रामपाल राजपूत ने कहा एक साल पहले किसान विरोधी कानून पारित किया था. जिसको वापस लेने के लिए आंदोलन किया गया.

राजपूत ने कहा कि अब तक 500 से अधिक किसान शहीद हुए और हजारों किसानों के ऊपर फर्जी मुकदमे दर्ज कर जेल में बंद किया गया. राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा और कृषि कानून वापस करने की मांग की. उन्होंने किसानों को किया जा रहा प्रताड़ित बंद करने की बात कही है.

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ज्ञापन में बताया गया कि समर्थन मूल्य पर कानून न बनने के कारण आज भी किसानों को कम मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए मजबूर किया जाता है. खरीद केंद्रों पर कई कई दिनों तक किसान ट्रैक्टर लेकर खड़ा रहता है फिर भी खरीद नहीं होती. विरोध प्रदर्शन के दौरान रामप्रकाश, रामसनेही राजपूत, जितेंद्र आदि मौजूद रहे.

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