रायपुर। छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम की पुस्तकें छापने वाले प्रिंटिंग प्रेस प्रोग्रेसिव ऑफसेट गोंदवारा के खिलाफ शिकायत के तथ्यों की जांच की जा रही है. छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि पाठ्यपुस्तक निगम ने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम निरीक्षण के लिए 18 जून और 19 जून को मीनल पब्लिकेशन रायपुर के मुद्रणालय में भेजा गया था. निगम को मिले शिकायत पत्रों के आधार पर छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम ने प्रोग्रेसिव ऑफसेट और मीनल पब्लिकेशन को नोटिस जारी किया था. उसने स्पष्टीकरण भी लिया गया है.

मीनल पब्लिकेशन ने प्रोग्रेसिव ऑफसेट को किराए में दिया है पार्ट्स

मीनल पब्लिकेशन को जारी नोटिस के जवाब में उनके द्वारा स्वीकार किया गया कि उनके प्रिंटिंग प्रेस का कुछ हिस्सा प्रोग्रेसिव ऑफसेट को किराए पर दिया गया था. उच्चाधिकारियों के निर्देश पर छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम की गठित जांच समिति ने 19 जून और 29 जून को गोंदवारा में आसपास ही स्थित प्रोग्रेसिव ऑफसेट, श्री सांई ऑफसेट और बी. के. ऑफसेट के मुद्रणालय का निरीक्षण किया. मुद्रकों के प्रेस परिसर में संपन्न किए जा रहे मुद्रण कार्य और मशीनों से संबंधित जानकारी प्राप्त की गई.

जांच प्रतिवेदन आने के बाद होगी कार्रवाई

छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम ने प्रोग्रेसिव ऑफसेट की विद्युत क्षमता से संबंधित शिकायत की जांच के लिए कार्यपालन अभियंता, उरला डिविजन को पत्र जारी किया है. उससे संबंधित प्रेस परिसर का निरीक्षण कर विद्युत क्षमता और लोड की जांच कर प्रतिवेदन निगम को प्रेषित करने के लिए लेख किया गया है. जांच प्रतिवेदन आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.

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