सुप्रिया पांडे,रायपुर। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं 4 साल पुरानी फटी-पुरानी साड़ियां पहनने को मजबूर हैं. उन्हें नई साड़ियां नहीं दी गई है. अब शिकायत के बाद मामले में महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि जल्द शिकायतें दूर होंगी. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को जल्द नई साड़ियां उपलब्ध होंगी.

महिलाएं फटी-पुरानी साड़ी पहनने को मजबूर

दरअसल आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने ड्रेस कोड तय कर रखा है. जिसके मुताबिक उन्हें हर वर्ष 2-2 साड़ियां दी जाती हैं. कबीरधाम जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अभी तक नई साड़ियां नहीं मिली है. जिस कारण वो फटी साड़ी पहनकर ड्यूटी करने को मजबूर हैं.

जल्द से जल्द दिलाई जाएगी नई साड़ियां

महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने कहा कि स्थानीय हथकरघा वालों को साड़ी का आर्डर दिया गया है. कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्रों में काम नहीं हो पाए थे. इस वजह से साड़ी वितरण में देर हो गई. मैंने इस मामले में विभाग से भी चर्चा की है. 2 साल पुरानी साड़ी कितने दिनों तक चल सकती है. उन महिलाओं को जल्द से जल्द नई साड़ी दिलाई जाएगी. कोरोना की वजह से साड़ी बनाए जाने के काम में काफी देर हुई है.

कलेक्टर से हुई थी सचिव की शिकायत

बता दें कि कवर्धा जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने सचिव के खिलाफ कलेक्टर से 29 जून को शिकायत की थी. जिसमें कहा था कि उन्हें नई साड़ियां नहीं मिली है. जिस कारण वो 4 साल पुरानी फटी-पुरानी ड्रेस पहनने को मजबूर हैं. हालांकि अब महिला एवं बाल विकास मंत्री ने जल्द नई साड़ियां दिलाने की बात कही है. लेकिन देखना यह होगा कि इन्हें कब तक नई साड़ी मिल पाएगी.

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