कर्ण मिश्र, ग्वालियर। कोविड-19 के तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए तैयारी में समीक्षा बैठक करने ग्वालियर पहुंचे प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट के कार्यक्रम में कोरोना प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। जैसे ही मंत्री बैठक कर बाहर निकले कार्यकर्ताओं की बिना मास्क की भीड़ ने उन्हें घेर लिया। वहीं कोविड गाइडलाइन का पालन कराने वाले जिम्मेदार अधिकारी भी इस स्थिति की अनदेखी करते दिखे।
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दरअसल, ग्वालियर जिले का प्रभार मिलने के बाद जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट पहली बार ग्वालियर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जहां भाजपा के तमाम नेताओं के घर पहुंचकर मुलाकात की, वहीं आज सुबह से उन्होंने तमाम विषयों पर बैठक ली। कोरोना संक्रमण को लेकर उन्होंने कहा कि संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा। इस दौरान कलेक्टर से लेकर निगम कमिश्नर और आईजी से लेकर एसपी तक सभी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर मौजूद रहे, लेकिन सभी मूकदर्शक बने रहे।
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मंत्री सिलावट ने ग्वालियर में लगातार बढ़ रहे जल संकट को लेकर तमाम अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। वहीं पेयजल सप्लाई के क्या वैकल्पिक मार्ग हो सकते हैं उसे तलाशने के निर्देश दिए। जानकारी दी कि चम्बल से पानी लाने के प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। वैक्सीन की किल्लत पर कहा सरकार हर जगह पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध कराने की कोशिश कर रही है। उत्पादन के एवज में लोग जागरूक हुए हैं।
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