रायपुर। छत्तीसगढ़ में दिवंगत पंचायत शिक्षकों की विधवा महिलाएं (पत्नी) अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर 51 दिन से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. न्यूज 24 मप्र छग आज इसी मुद्दे पर डिबेट कर रहा था. बीजेपी और कांग्रेस के प्रवक्ताओं के बीच बहस चल रही थी. इसी दौरान विधवा महिला की मासूम बच्ची की तबियत बिगड़ गई. बच्ची को 101 डिग्री तेज बुखार था. उनके पास पैसे नहीं थे, इसलिए वो अस्पताल में बच्ची का इलाज नहीं करवा पा रही थी. तभी न्यूज 24 मप्र छग और लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने मानवता की मिशाल पेश की. हमारी टीम ने न केवल अपने वाहन से बच्ची को अस्पताल में दाखिल करवाया, बल्कि बच्ची की इलाज की व्यवस्था भी की.
दरअसल ‘आप की बात छत्तीसगढ़’ डिबेट के दौरान एंकर अभिलाश मिश्रा को जब मालूम हुआ कि धरना स्थल पर अपनी मां के साथ मौजूद बच्ची की तबियत सही नहीं है, तो उनका दिल पिघल गया. उन्हें अपने बेटे की याद आ गई. तब उन्होंने बिना देरी किए संवाददाता सत्या राजपूत को लाइव फ्रेम से हटाकर 101 डिग्री बुखार से तप रही बच्ची को अस्पताल ले जाने को कहा. हालांकि उस वक्त डिबेट में बैठे नेताओं ने राजनीतिक रोटियां सेकने को कोशिश जरूर की, लेकिन वो कामयाब नहीं हुए.
धरना स्थल पर बीमार बच्ची की मां से पूछा गया कि बच्ची को अस्पताल क्यों नहीं लेकर गईं, तब उनका जवाब सुनकर हमारा दिल भी पसीज गया. महिला ने कहा कि क्या अस्पताल में फ्री में इलाज कर दिया जाएगा. जब हमारे पास पैसा होगा, तभी तो इलाज करवाएंगे. सरकार नौकरी देगी, तभी बच्चों का पालन-पोषण कर पाउंगी. दूसरी बच्ची भी घर में बीमार पड़ी हुई है. उसका भी इलाज नहीं करवा पा रही हूं. बस इसी इंतजार में बैठे हैं, कि हमें कब अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी.
न्यूज 24 मप्र छग और लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने एक मां के दर्द को महसूस किया. पहले डॉक्टर बुलाकर धरना स्थल पर ही बच्ची का चेकअप करवाया गया, फिर प्राथमिक उपचार देकर डॉक्टर ने अस्पताल रेफर कर दिया. हमारी टीम ने तत्काल बच्ची के इलाज का पूरा खर्च उठाने के लिए हामी भर दिया. जिसके बाद बच्ची की मां उसे अस्पताल ले जाने के लिए तैयार हुई. हमारी टीम ने खुद के वाहन से बच्ची को निजी अस्पताल लेकर पहुंची, जहां बच्ची का इलाज चल रहा है. उसे पिछले चार दिन से 101 डिग्री बुखार है. फिर भी वो अपनी मां के साथ धरना स्थल पर मौजूद रही. इस दौरान दो महिलाओं की भी तबीयत बिगड़ी थी, लेकिन प्राथमिक उपचार के बाद वो वापस धरना स्थल पर लौट गईं.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के दिवंगत पंचायत शिक्षकों की विधवा महिलाएं (पत्नी) अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर पिछले 51 दिनों से राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब में अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद भूख हड़ताल पर हैं. उनकी एक ही मांग है कि उन्हें अनुकंपा नियुक्ति दी जाए. गुरुवार को विधवा महिलाओं ने अग्नि समाधि लेने की कोशिश भी की.
इस मामले में पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव कहा था कि नियमित कर्मचारी होने पर अनुकंपा नियुक्ति का प्रावधान होता है. अनियमित कर्मचारियों के लिए यह प्रावधान नहीं है. उनकी भर्ती नियमित नहीं थी. इनके लिए प्रावधान नहीं है. इनकी मांगे शासन के पास रखी गई है, वहां से अनुमति मिलेगी, तभी अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी.
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