उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में 4 किसान, 3 बीजेपी कार्यकर्ता और 1 बीजेपी नेता का ड्राइवर शामिल है. इस बीच लखीमपुर खीरी मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है और अलग-अलग पार्टियों के नेता लखीमपुर खीरी आने की कोशिश में हैं. इस बीच यूपी पुलिस ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को हिरासत में ले लिया है, जबकि कांग्रेस ने दावा किया है कि उन्हें गिरफ्तार किया गया है.

  हालांकि, साढ़े पांच घंटे बाद प्रियंका को सीतापुर के हरगांव से हिरासत में ले लिया गया. इसके बाद उन्हें सीतापुर के ही गेस्ट हाउस ले जाया गया है. वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, जयंत चौधरी समेत अन्य विपक्षी नेता सोमवार सुबह लखीमपुर के लिए रवाना होंगे. सूत्रों के अनुसार, पुलिस ज्यादातर नेताओं को लखीमपुर खीरी तब तक नहीं जाने देगी, जब तक घटनास्थल पर हालात बेहतर नहीं हो जाते हैं.

इससे पहले लखनऊ से लखीमपुर के लिए निकलने के दौरान उनकी और अन्य कांग्रेसी नेताओं की पुलिस से झड़प भी हुई. पुलिस ने प्रियंका गांधी को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए हाउस अरेस्ट भी किया, लेकिन वह कुछ दूर पैदल चलकर गाड़ी पर सवार होकर लखीमपुर खीरी के लिए लखनऊ से निकल गईं. प्रियंका ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए किसानों को कुचलने की राजनीति करने का आरोप लगाया है.

जाने यूपी कांग्रेस ने क्या किया ट्वीट

”प्रियंका गांधी जी को हरगांव से गिरफ्तार करके सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया जा रहा है, कृपया सभी लोग पहुंचे.” यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास ने ट्वीट कर कहा कि आखिरकार वही हुआ, जिसकी बीजेपी से उम्मीद थी. ‘महात्मा गांधी’ के लोकतांत्रिक देश में ‘गोडसे’ के उपासकों ने भारी बारिश और पुलिसबल से संघर्ष करते हुए अन्नदाताओं से मिलने जा रही हमारी नेता प्रियंका गांधी जी को हरगांव से गिरफ्तार किया. यह लड़ाई का सिर्फ आरंभ है!! किसान एकता जिंदाबाद.”

लखीमपुर खीरी के रास्ते से ही सरकार पर बरसीं प्रियंका

लखीमपुर खीरी के रास्ते से ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बीजेपी और सरकार पर निशाना साधा. प्रियंका ने एक वीडियो में आरोप लगाया है कि इस देश में किसानों को जिस तरह से कुचला जा रहा है, उसके लिए कोई लफ्ज ही नहीं है. कई महीनों से किसान आवाज उठा रहा है कि उसके साथ गलत हो रहा है, लेकिन सरकार सुनने को राजी नहीं है. आज जो हुआ, वह दिखाता है कि सरकार किसानों को कुचलने और खत्म करने की राजनीति कर रही है. यह किसानों का देश है. यह बीजेपी की विचारधारा की जागीर नहीं है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगे कहा, ”मैं अपने घर से निकलकर कोई अपराध करने नहीं जा रही हूं. पीड़ित परिवार से मिलकर उनके आंसू पोंछने जा रही हूं. इसमें क्या गलत कर रही हूं. मैंने जब सीओ को बुलाया तब वह छिप रहे थे. अगर सही काम कर रहे थे, तो छिप क्यों रहे?”