पुरूषोत्तम पात्रा, गरियाबन्द। पिछले पखवाड़े भर से एएनएम भर्ती में गड़बड़ी  एवं विभिन्न भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे गरियाबन्द जिला चिकित्सा अधिकारी कार्यालय एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है. इस बार चर्चा का कारण सीएमएचओ द्वारा अपने कार्यालय के बाहर लिखा गया वाक्य है. सीएमएचओ ने कार्यालय के ऊपर ही ‘विभीषणों से सावधान’ लिखा दिया है.

दरअसल पिछले कुछ महीनों से सीएमएचओ कार्यालय से जुड़े हुए भ्रष्टाचार लगातार मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है. खबर मीडिया में आने के बाद हैरान और परेशान सीएमएचओ को अब अपने कार्यालय में हर कोई विभीषण ही नजर आ रहा है. कर्मी इस बात से दहशत में है कि मामले के खुलासे का आरोप कब किस कर्मचारी के मत्थे पड़ जायेगा.

विभीषण ने जो काम किया है वही ऑफिस में हो रहा है- सीएमएचओ

जब से यह स्लोगन लिखा गया है तब से यहां से गुजरने वाला हर व्यक्ति इस का अर्थ जानने की कोशिश कर रहा है कि विभीषणों से सावधान लिखाने के क्या मायने हो सकते हैं? क्या वाकई सीएमएचओ कार्यालय में कोई रावण राज चल रहा है? या फिर साहब ने ये मान लिया कि आफिस में हो रहे भ्रष्टाचार का मीडिया में खुलासे की वजह कार्यालय में मौजूद विभीषण ही हैं. इसकी पुष्टि खुद सीएमएचओ अरुण रात्रे ने किया है जब उनसे हमने बात की.

Arun Ratre

जब इस मामले में सीएमएचओ से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ये मुहावरा है.. विभीषण ने जो काम किया था जिसके कारण… वो आप भी जानते हैं. वही काम आफिस में हो रहा है. हमारे कार्यालय की बातें जो अभी बाहर गई वो विभीषण लोग कर रहे हैं हमें उनसे सतर्क रहना पड़ेगा. जो लिखा ठीक है वो सही है. मीडिया को सेंसर करने पर उन्होंने कहा कि वीडियो बनाना, फोटो खींचना अनावश्यक कार्य होते हैं, बिना वजह क्यों फोटो खींचना है?

 

मीडिया को किया सेंसर

भ्रष्टाचार के मामलों से घिरा सीएमएचओ कार्यालय ने मीडिया को सेंसर कर दिया है. खुलासों के बाद यहां प्रवेश द्वार पर गार्ड की तैनाती कर दी गई है. गार्ड के पास रखे विजिटर्स रजिस्टर में बगैर एंट्री के कोई भी अंदर प्रवेश नहीं कर सकता.  मीडिया कर्मियों के लिए दीवारों पर खास तौर पर निर्देश लिख दिया गया है कि कैमरा बाहर न निकालें. सभी सीसीटीवी कैमरे के निगरानी में हैं कैम्पस के अंदर फोटो खींचना और वीडियो बनाना सख्त मना है.