मनोज उपाध्याय, मुरैना। जिले में यूरिया और डीएपी खाद का संकट खत्म नहीं हो रहा है। किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं। खाद संकट इतना भीषण है कि सरकारी गोदामों से उपलब्ध हो नहीं पा रहा है। प्राइवेट दुकानों पर मनमाने दाम में दुकानदार बेच रहे हैं। इससे नाराज होकर सबलगढ़ डीएपी में खाद लेने पहुंचे किसान खाद लेकर आये ट्रक को ही लूटने का प्रयास किया।

ग्रामीण या कस्बाई इलाके को छोड़िए मुरैना जिला मुख्यालय पर भी डीएपी खाद किसानों को नहीं मिल रहा। खेतों में गेहूं व सरसों की बोवनी चल रही है। इसीलिए किसान खाद के लिए परेशान हैं। सोमवार को मुरैना में डीएपी खाद से भरा ट्रक खाद लेकर पहुंचा था। सरकारी गोदाम से भी 11 बजे तक खाद मिलना शुरू नहीं हुआ था। भड़के हुए किसानों ने ट्रक से खाद लूटने का प्रयास किया।

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1200 रुपए वाला डीएपी खाद 1500 में बिक रहा
खाद नहीं मिलने से किसान ब्लैंक में खरीदने को मजबूर हैं। आलम यह है कि पोरसा कस्बे में 1200 रुपये वाला डीएपी खाद 1500 रुपए तक में बेचा जा रहा है। उधर 266 रुपए वाना यूरिया का बोरा 400 रुपए में किसान लेने को मजबूर हैं। पोरसा में हो रही खाद की कालाबाजारी की पूरी खबर प्रशासनिक अधिकारियों को भी है। 5 दिन पहले तहसीलदार ने एक दुकानदार को पकड़ भी लिया, लेकिन यहां कार्रवाई सिफर ही साबित हुई।

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मुरैना में गुस्साए किसानों ने लगाया जाम
सोमवार को मुरैना में डीएपी खाद सिर्फ एक दुकान पर था, सरकारी गोदाम से भी 11 बजे तक खाद मिलना शुरू नहीं हुआ। इससे नाराज हुए किसानों ने कोतवाली के सामने एमएस रोड के, वीआईपी रोड तिराहे पर जाम लगा दिया। जाम लगते ही सड़क पर वाहनों की कतार लग गई। पुलिस ने जाम खुलवाने के लिए सख्ती दिखाई तो किसानों से धक्का-मुक्की हो गई। बाद में पुलिस ने किसानों को सड़क से किनारे कर दिया।

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कालाबाजारी रोकने पटवारियों की ड्यूटी लगाई
कालाबाजारी को लेकर नायब तहसीलदार नरेश शर्मा ने कहा कि हमने सभी दुकानदारों तय रेट ही खाद बेचने का आदेश दिया है। बावजूद इसके खाद तय रेट से अधिक पर बेचा जा रहा है तो कार्रवाई की जाएगी। कालाबाजारी नहीं हो इसके लिए पटवारियों की भी ड्यूटी हमने लगाई है। किसान सोसायटी से ही खाद खरीदें, हमने तीन सोसायटीयो को चालू करा दिया गया है, जहां से सोमवार से खाद मिलना शुरू हो गया है।

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