प्रतीक चौहान. रायपुर. हां आपने सही पढ़ा… छत्तीसगढ़ का एक जिला ऐसा भी है जहां पासपोर्ट के Police Verification के लिए महीनों नहीं, महज 1-4 दिन ही लग रहे है. इतना ही नहीं इस पूरी प्रक्रिया के लिए न तो बार-बार आवेदक को चक्कर लगाने पड़ रहे है और ना कोई उनसे रिश्वत की मांग कर रहा है. ऐसा हो रहा है छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले है और ये पूरी पहल की है पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने.

एसपी के निर्देश पर पुलिस अधिकारियों द्वारा वेरिफिकेशन कर जारी किया जाने वाला चरित्र प्रमाण पत्र या पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट किसी भी गवर्नमेंट, प्राइवेट डिपार्टमेंट, लोक सेवा केंद्र, कंपनियों में नौकरी या काम करना या स्कूल व कॉलेज में एडमिशन के समय मे भी कई बार आवश्यक होता है. साथ ही पासपोर्ट हेतु पुलिस वेरिफिकेशन अभ्यर्थी के आवेदन व तय स्लॉट पर पासपोर्ट कार्यालय में दस्तावेज जमा करने के बाद विभाग द्वारा पुलिस वेरिफिकेशन के लिए फाइल को एसपी कार्यालय को भेज जाती है.

जहां से उसे संबंधित थाना को भेज दिया जाता है, इन वेरिफिकेशन जांच के लिए थाने से कोई पुलिसकर्मी पते की जांच के लिए खुद जाता है, इसके दौरान आवेदक का नाम, उम्र, पता और अन्य जानकारियां प्रमाणित की जाती हैं, इन जानकारियों के प्रमाणित होने के बाद लोकल पुलिस थाने से एक रिपोर्ट जिला विशेष शाखा पुलिस अधीक्षक कार्यालय की ओर भेजी जाती है और इसी के बाद पुलिस वेरिफिकेशन पासपोर्ट हेतु जारी किया जाता है. अभी तक साधारण व तत्काल पासपोर्ट बनवाने में 21 दिनों में पुलिस को वेरिफिकेशन करके अपनी रिपोर्ट भेजनी होती थी, जिसे घटाकर अब 15 दिन कर दिया गया है.

कोरिया पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार सिंह द्वारा जिले में लोगों की सुविधा बढ़ाने हेतु पहल की की गई है, जिसमें एसपी कार्यालय द्वारा महज कई आवेदनों पर एक-दो दिन में ही सूचना प्रद्योगिकी के साधनों जैसे व्हाटसप मैसेज/वीडियो कॉल आदि का प्रयोग कर पुलिस वेरिफिकेशन कर रिकॉर्ड बनाया जा रहा है.

पुलिस अधीक्षक कार्यालय की उपलब्ध जानकारी अनुसार विगत 3 माह में कुल 124 पासपोर्ट वेरिफिकेशन किया गया है, जिसमें 04 दिनों में 10, 02-03 दिनों में 59 एवं महज 01 दिन में 55 लोगों का पासपोर्ट पुलिस वेरिफिकेशन किया गया है.

वहीं स्थिति पुलिस के द्वारा प्रदाय किए जाने वाले चरित्र प्रमाण पत्र/पुलिस क्लियरेंस का है. पुलिस कप्तान संतोष सिंह ने बताया की ये प्रक्रिया निरन्तर चलते रहेगी.