वीरेंद्र गहवई. CJM की सील चोरी कर फर्जी कागजात बनाने के मामले में पुलिस ने अधिवक्ता व उसके साथी को गिरफ्तार किया है. आरोपी अधिवक्ता का साथी भी फर्जी पत्रकार बन कर कार में  घूम रहा था, जिसे सीजेएम के सील लगे जाली दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया गया है.

बिलासपुर में सीजेएम (मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी) के पद पर पदस्थ डमरूधर चौहान की जिला अदालत से उनकी पदनाम वाली सील चोरी हो गयी थी. जिसकी शिकायत अगस्त माह में कोर्ट के कर्मचारियों ने सिविल लाईन थाना में की थी. पुलिस मामले की जांच कर रही थी. इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि सांची कालोनी सरकण्डा का राजेश मैसी अपने कार में ऑल इंडिया प्रेस की पट्टी लगाया है और लोगो को ऑल इंडिया क्राइम प्रेस मीडिया का इस्तेमाल कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर ठगी करने की फिराक में शहर में घूम रहा है. पुलिस ने भारतीय नगर चौक पर घेराबन्दी कर स्कोडा कार रोककर तलाशी ली. कार के पीछे ऑल इंडिया क्राइम प्रेस मीडिया का लोगो बना हुआ है. कार में राजेश मैसी नामक व्यक्ति मिला जिसने अपने आप को ऑल इंडिया क्राइम प्रेस मीडिया का डायरेक्टर बताया.

उसके पास मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बिलासपुर के पदनाम व सील मोहर व उनका हस्ताक्षर वाला दस्तावेज मिला, पूछताछ में उसने अपने अधिवक्ता राहुल गोस्वामी का नाम बताया. अधिवक्ता ने बताया, कि उसने व राजेश मैसी के साथ मिलकर करीब 6 माह पूर्व अदालत से सीजेएम डमरूधर चौहान का दाण्डिक सील व दाण्डिक गोल सील चोरी कर सीजेएम का फर्जी हस्ताक्षर कर व सील लगा कर जाली दस्तावेज बनाये हैं.

पुलिस ने आरोपी फर्जी पत्रकार राजेश मैसी निवासी साँची होम्स मकान नम्बर 18 मोपका थाना सरकण्डा और अधिवक्ता राहुल गोस्वामी निवासी कस्तूरबा नगर थाना सिविल लाईन के खिलाफ धारा 379,467,468,120 बी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर हिरासत में लिया है. आरोपियो के द्वारा और भी कई दस्तावेजो में सील मुहर का उपयोग कर जाली दस्तावेज तैयार करने व फर्जी हस्ताक्षर करने व उनके रैकेट में और भी लोगो के मिले होने की आशंका पर पूछताछ की जा रही है.