सदफ हामिद,भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित शासकीय गीतांजलि कन्या महाविद्यालय में कोरोना नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई है. कॉलेज में परीक्षाएं चल रही है और गाइडलाइन का बिल्कुल भी पालन नहीं हो रहा है. ज्यादातर परीक्षार्थियों को सर्दी और बुखार के लक्षण है, फिर भी उन्हें सबके बीच बैठाकर परीक्षा दिलवाया जा रहा है.
दरअसल छात्राओं को सर्दी, खांसी और बुखार होने के बावजूद भी परीक्षा में बैठाया गया. जिससे दूसरे छात्राओं और शिक्षकों में कोविड संक्रमण होने का खतरा बना हुआ है. सभी परीक्षा कक्षों में ज़्यादातर छात्राओं को सर्दी, खांसी, जुकाम और फीवर है. बावजूद इसके महाविद्यालय में आने की अनुमति दी गई.
इस भीषण महामारी में शासन के तमाम दिशा निर्देशों और कोरोना नियमों को ताक पर रख कर गीतांजलि महाविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा में छात्रों को आने की अनुमति दी. जिसके बाद दूसरे शिक्षकों और छात्राओं में संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है. परीक्षा हॉल का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें ज्यादातर छात्राएं फीवर सर्दी से प्रभावित हैं.
बता दें कि करीब 2 हजार छात्राओं ने परीक्षाएं दी है. जिसमें से करीब 10 छात्राएं सर्दी, जुकाम और बुखार से पीड़ित थी. इसके बावजूद उनके सभी के बीच बैठाकर परीक्षा दिलवाया गया. जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है. गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इंदौर में बीते 24 घंटे में कोरोना के 1104 नए मामले सामने आए हैं. भोपाल में 863 कोरोना संक्रमित मिले हैं. ग्वालियर में 584 और 277 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. ग्वालियर और जबलपुर में 1-1 मरीज की मौत भी हुई है.
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