रायपुर. कोरोना ने एक बार फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है. हर रोज कोरोना के मामले में इजाफा देखने को मिल रहा है. इसी बीच ओड़िशा के भुवनेश्वर के एम्स से बड़ी खबर निकलकर सामने आई है. जहां 250 डॉक्टर और स्टाफ कोरोना की चपेट में आ गए हैं. इतनी बड़ी संख्या में डॉक्टरों और स्टाफ के पॉजिटिव आने से प्रबंधन ने सोमवार से ओपीडी बंद करने का फैसला लिया है.
भुवनेश्वर क्षेत्र में कोविड-19 की स्थितियों में काफी बढ़ोतरी हुई है. एम्स भुवनेश्वर में एक सप्ताह के भीतर कई कर्मचारी और छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. यहां संक्रमितों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है. एम्स भुवनेश्वर ने 17 जनवरी से अगले आदेश तक सभी स्पेशल, सुपर-स्पेशिएलिटी और ओपीडी सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है.
वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी
भुवनेश्वर एम्स के सभी विभागों को निर्देश दिया है कि जरूरी न होने तक मरीजों को ओपीडी में बुलाना बंद कर दें. हालांकि किसी मरीज की हालत गंभीर हुई तो उसे टेलीमेडिसीन (व्हाट्सएप कॉल) और स्वास्थ्य एप के जरिए अप्वॉइंटमेंट मिलेगा. वहीं मरीजों को अस्पताल आने पर प्रवेश द्वार पर अप्वॉइंटमेंट और डबल डोज वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना होगा.
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वहीं एम्स भुवनेश्वर ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा है कि इमरजेंसी सेवा जैसे डे केयर, रेडियोथेरेपी, डायलिसिस, ट्रामा और इमरजेंसी, लाइफ सेविंग सर्जरी, टेली मेडिसिन सर्विस, आईपीडी सर्विस, कोविड वैक्सीनेशन सर्विस, पुराने रजिस्टर्ड मरीजों के लिए वैक्सीनेशन (बुधवार और शुक्रवार) और पीला बुखार (गुरुवार), पल्मोनरी (टीकाकरण आरएमआरसी), एनेस्थिसियोलॉजी (पीएसी और दर्द क्लिनिक) पहले की तरह जारी रहेगा.
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