कानपुर. बिकरू, 3 जुलाई, 2020 को आठ पुलिसकर्मियों के नरसंहार के बाद मीडिया की सुर्खियों से छा गया था. अब धीरे-धीरे वहां सामान्य स्थिति हो रही है. एक स्थानीय निवासी बिखा लाल कहती हैं कि 25 साल से गैंगस्टर विकास दुबे ने यहां चुनाव के नतीजे तय किए थे. पिछले साल पंचायत चुनाव में हम अपनी पसंद का प्रतिनिधि चुन सकते थे, लेकिन अब हम पूर्ण चुनाव की तैयारी कर रहे हैं.

3 जुलाई को हुए हत्याकांड के आरोपी मशहूर गैंगस्टर दुबे को 10 जुलाई को एक मुठभेड़ में मार गिराया गया था. कानपुर से करीब 30 किमी दूर स्थित गांव लंबे समय से डर के साये में जी रहा था. उसकी मृत्यु ने उसके वित्तीय और आपराधिक दोनों साम्राज्य को ध्वस्त कर दिया. उसके परिवार ने भी घटना के बाद बिकरू का दौरा नहीं किया है. पिछले हफ्ते, जब अर्धसैनिक बलों ने स्थानीय निवासियों में विश्वास की भावना पैदा करने के लिए बिकरू की सड़कों पर मार्च किया, तो ग्रामीणों ने मिठाई के साथ उनका स्वागत किया और उनके माथे पर तिलक लगाया.

नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान मधु कमल सहित अन्य निवासियों ने उनका स्वागत किया. हालांकि, दुबे के बारे में कहानियां, किस्से और उपाख्यान अब बिकरू लोककथाओं का हिस्सा हैं. प्रत्येक निवासी के पास एक कहानी है, वहीं मीडियाकर्मियों का अब वहां खुले हाथों से स्वागत किया जाता है.