लखनऊ. समाजवादी पार्टी के गठबंधन में सीट आवंटन के मुद्दे पर कशमकश चल रही है. पश्चिम उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) की सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) कम से कम आठ विधानसभा क्षेत्रों में सीट आवंटन को लेकर परेशानी का सामना कर रही है, वहीं एक अन्य सहयोगी ने अब सपा पर सवाल खड़ा कर दिया है.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा यूपी चुनाव के लिए हरदोई में संडीला विधानसभा क्षेत्र से रीता सिंह को पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित करने के एक दिन बाद, उनके गठबंधन सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) ने अब उसी सीट के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा की है.

एक प्रेस बयान में, एसबीएसपी ने अपने यूपी अध्यक्ष ‘सुनील अर्कवंशी को यूपी चुनाव के लिए हरदोई में संडीला सीट पर समाजवादी पार्टी-एसबीएसपी उम्मीदवार’ के रूप में नामित किया है. समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि “मुझे एसबीएसपी द्वारा सीट की घोषणा के बारे में जानकारी नहीं है या यदि कोई भ्रम है, तो हम इसे सुलझा लेंगे.”

हालांकि, एसबीएसपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने कहा कि कोई भ्रम नहीं हो सकता है. एसपी ने संडीला सीट एसबीएसपी को आवंटित की थी. अखिलेश ने 27 नवंबर को इस निर्वाचन क्षेत्र में हमारे लिए एक रैली भी की थी. अखिलेश यादव ने शनिवार को संडीला से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक की पत्नी रीता सिंह को पार्टी में शामिल करने की घोषणा की थी.

2012 में सपा के टिकट पर संडीला सीट से जीतने वाले दिवंगत राजा महावीर सिंह की पत्नी रीता सिंह लखनऊ के मशहूर भार्गव परिवार से हैं. वह एक स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस नेता स्वर्गीय रानी रामकुमार भार्गव की बेटी हैं. रीता सिंह के भाई लव भार्गव पहले समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव थे. लव भार्गव ने 1993 के यूपी विधानसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार के रूप में लखनऊ पूर्व सीट से चुनाव लड़ा था.