कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे ठग गैंग का पर्दाफाश किया है, जिसका खुलासा होने के बाद खुद पुलिस भी चौंक गई। इस गैंग में कोई ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट या फिर अनपढ़ नहीं है। इस गैंग के सभी सदस्य Btec और MBA डिग्रीधारी है। ये लोग हरियाणा के फरीदाबाद शहर में पिछले चार साल से 4 साल से 10 कमरों के आलीशान भवन में कॉल सेंटर चला रहे थे। ये लोग लॉटरी के नाम पर पिछले चार साल में हजारों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं।
शिकायत के बाद ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए गैंग के दो सदस्यों को हरियाणा के फरीदाबाद शहर से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार दोनों आरोपी बिहार राज्य के छपरा जिले के रहने वाले हैं। पुलिस और क्राइम ब्रांच आरोपियों से पूछताछ कर रही है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि कई सनसनीखेज जानकारी दोनों दे सकते हैं।
दरअसल साल 2019 मे ग्वालियर की महिला जाफरीन नाज़ ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज़ कराई थी कि आरोपियों ने एक फर्जी शॉपिंग वेबसाईट बनाई गई थी। आरोपियों ने जफरीन के साथ 10 लाख रुपए की कार उपहार में खुलने का झांसा देकर साढ़े चार लाख रूपए की ठगी की गई थी। जब ग्वालियर में क्राइम ब्रांच ने 2 साल पहले हुए इस ठगी के मामले में हरियाणा के फरीदबाद में दबिश दी तो देशभर में लॉटरी के नाम पर ठगी करने वाली गैंग का भंडाफोड़ कर दिया । क्राइम ब्रांच ने फरीदाबाद(हरियाणा) के अशोका एन्क्लेव पार्ट 2 के एक दफ्तर पर दबिश दी गई। क्राईम टीम को दबिश के दौरान वहां एक कॉल सेंटर संचालित होता मिला। पुलिस टीम ने वहां काम करने वाले लड़के- लड़कियों से पूछताछ की तो इस कॉल सेंटर के दोनों संचालक दोनों आरोपी बिहार के छपरा के रहने वाले हैं। बिहार के रविशेखर MBA और चंद्रभूषण प्रताप B. Tec पास आउट हैं। क्राइम ब्रांच ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया।
दोनों आरोपी आपस में भाई
चंद्रभूषण प्रताप B. Tec पास आउट हैं। दोनों सगे भाई है, जल्द रईस बनने के लिए दोनों ने ठगी का खेल शुरू कर दिया। दोनों भाFयों ने कई लड़के-लड़कियों को अपने यहां काम पर रखा, लड़कियां ग्राहकों को फोन लगाकर लकी ड्रॉ निकलने की जानकारी देते थे, फिर झांसे में आने वाले ग्राहकों से रजिस्ट्रेशन शुल्क, तो कभी कस्टम ड्यूटी सहित अंत टैक्स के नाम पर रुपए की वसूली करते थे, ग्राहक से अलग अलग खातों में रुपया ऑन लाइन ट्रांसफर कराते थे। जब ग्राहक इनकी जालसाज़ी समझ जाते तो आरोपी उस सिम को बंद कर देते थे।
आरोपियों के पास से 9 लैपटॉप, 25 मोबाइल, 40 सिम बरामद
एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि दोनों आरोपियों से कुल 9 लैपटॉप, 25 मोबाइल, 40 सिम बरामद हुई है। दोनों भाइयों ने पूछताछ में बताया कि वो 2018 से ठगी का धंधा कर रहे थे। कॉल सेंटर पर काम करने वाली लड़कियों के जरिये लॉटरी में टीवी, फ्रिज, एसी, कार आदि निकलने के नाम पर लोगों को कॉल करवाया जाता था तथा उनसे ईनाम घर भिजवाने के नाम पर रूपये ट्रांसफर करवाये जाते थे, इनके ऑफिस से मिले दस्तावेजों की जांच पर से खुलासा हुआ कि दोनों ने देशभर में हजारों लोेगों से लॉटरी लगने के नाम पर करोड़ों की ठगी की है। दोनो आरोपियों ने “डायरेक्ट सेविंग” एजेंट बनकर लोन देने की आड़ में फर्जी कॉल सेंटर चला रखा था। कॉल सेंटर में एक दर्जन से अधिक कर्मचारियों की तैनाती थी। आरोपियो ने ठगी के रूपयों से दिल्ली मे 10 कमरों का आलीशान कॉल सेंटर बनाया था। फिलहाल दोनों आरोपियों की कोर्ट से रिमांड ली जा रही है ताकि आगे की पूछताछ की जा सके।
कार-बाइक की लॉटरी लगने का झांसा देकर लेते थे भरोसे में
Btec और MBA डिग्रीधारी युवकों का ठग गैंग लोगों को कार, बाइक, फ्रीज़, AC की लॉटरी लगने का झांसा देकर भरोसे में लेते थे। लाखों रुपए की लॉटरी लगने के लालच में लोग रुपए देने में जरा भी संदेह नहीं करते थे। गैंग कॉल सेंटर से लड़कियों के जरिए ग्राहकों को फोन लगवाते थे। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने देशभर में हज़ारों लोगों से कोरड़ों रुपए ठगनी की बात स्वीकार की है। क्राइम ब्रांच आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है।
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