नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी पड़ रही है. यहां अप्रैल के महीने में गर्मी ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया. पिछले हफ्ते कई जगहों पर पारा 46 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंच गया. दिल्ली में 29 अप्रैल 1941 को अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो इस महीने में दर्ज किया गया अब तक का सर्वाधिक तापमान है. इधर भीषण गर्मी को देखते हुए इससे राहत पाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं. इसी कड़ी में एक ऑटो रिक्शा चालक महेंद्र कुमार ने अपने ऑटो के ऊपर गार्डन बना लिया है. ये ऑटो लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गया है और लोग ऑटो में किए गए इस बदलाव को काफी पसंद कर रहे हैं.
ऑटो के अंदर मिनी कूलर और पंखा भी
चालक महेंद्र कुमार ने शहर में गर्मी के मौसम में पैसेंजर्स को ठंडा रखने के उद्देश्य से ऑटो रिक्शा की छत पर एक बगीचा बनाया है. शहर में भीषण गर्मी में भी ऑटो के टॉप पर हरे रंग का मोटा पैच इसे ठंडा रखता है. इस पैच में 20 से ज्यादा तरह के पौधे हैं, जो यात्रियों और राहगीरों को रुकने और ‘चलते बगीचे’ के साथ फोटो क्लिक करने के लिए अट्रैक्ट कर रहे हैं. महेंद्र कुमार के मुताबिक उन्हें करीब दो साल पहले यह विचार गर्मी के मौसम में आया था. उस वक्त भी सूरज आग उगल रहा था. उन्होंने कहा कि ऑटो ड्राइव करना तक मुश्किल हो गया था और लू लगने का भी खतरा बना हुआ था. ऐसे में उन्होंने सोचा कि अगर मैं छत पर कुछ पौधे लगा सकता हूं, तो यह ऑटो को ठंडा रखेगा. उन्होंने दिल्ली की गर्मी को मात देने के लिए अपने ऑटो रिक्शा के अंदर दो मिनी कूलर और पंखे भी लगवाए हैं. ऑटो ड्राइवर ने कहा कि यह अब एक प्राकृतिक एसी (एयर कंडीशनर) की तरह है. मेरे यात्री सवारी के बाद इतने खुश होते हैं कि उन्हें मुझे किराए के अलावा 10-20 रुपए देने में कोई दिक्कत नहीं है.
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इस तरह उगाया ऑटो की छत पर बगीचा
महेंद्र कुमार ने कहा कि वे अपने ऑटो रिक्शा पर लेट्यूस, टमाटर और बाजरा लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित रखने में अपना एक छोटा सा प्रयास कर रहे हैं. ऑटो रिक्शा की छत को बुआई के लिए तैयार करते समय महेंद्र कुमार ने पहले उस पर चटाई बिछाई, उसके बाद एक मोटी बोरी लगाई, जिस पर कुछ मिट्टी डाल दी. फिर उन्हें सड़क के किनारे से घास और अपने दोस्तों और परिचितों से बीज मिले. कुछ ही दिनों में बीज अंकुरित होकर हरे रंग के अंकुर बन गए.
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