कुमार इंदर, जबलपुर। जबलपुर नगर निगम (Jabalpur nagar nigam) में नव निर्वाचित पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह पर सियासत शुरू हो गई है। मध्यप्रदेश की पहली नगर निगम जबलपुर के इतिहास में ये पहली बार यह होने जा रहा है कि, बीजेपी, कांग्रेस के नवनिर्वाचित पार्षद अलग अलग तारीख में अलग-अलग जगह पर शपथ लेंगे। सभी पार्षदों के लिए 7 अगस्त को वेटनरी ग्राउंड में शपथ ग्रहण कार्यक्रम रखा गया है। लेकिन बीजेपी ने इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम से यह कर किनारा कर लिया है कि, इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से न कराकर किसी संवेधानिक दर्जे पर बैठे व्यक्ति से करानी थी।
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हठधर्मिता पर अड़ी बीजेपी को ये कतई बर्दाश नहीं हो पा रहा है कि उसके नव निर्वाचित पार्षद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ कि मुख्य अतिथि में वे शपथ ले, लिहाजा बीजेपी नगर निगम परिसर में अलग से 8 अगस्त को शपथ गृहण करने जा रही है। जिसमे प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव को बुलाया जा रहा है।
क्या जनता के पैसों की होली नहीं खेली जा रही
सवाल उठता है कि इस तरह जनता के पैसों की होली खेलना कहां तक जायज है। जितना नगर निगम का बजट नहीं है उससे ज्यादा उस पर करीब 350 करोड रूपए का कर्जा है। नगर निगम का सालाना बजट ही करीब 200 करोड़ रूपए का हैं। ऐसे में अलग अलग शपथ समरोह जनता की गाढ़ी कमाई की बर्बादी नहीं तो क्या है। दोनों ही पार्टियों के बीच में फंसे अधिकारी मजबूरी में ही सही लेकिन कह रहे है कि, इस दोनों आयोजन में कोई खास खर्च नहीं आ रहा है, अपर आयुक्त का कहना है कि, इसमें महज 5 से 6 लाख खर्च हो रहा है।
नगर निगम में है कुल 79 वार्ड
आपको बता दें कि जबलपुर नगर निगम के 79 वार्ड में से 26 में कांग्रेस तो 44 में बीजेपी पार्षदों का कब्ज़ा है। ऐसे में सदन में बीजेपी का पल्ला भारी रहने वाला है। आईए एमआईएम के दो पार्षद है जबकि 5 पार्षद निर्दलीय हैं।8 साल बाद शहर की सरकार बनने जा रही है, लेकिन शपथ ग्रहण समारोह को लेकर जारी सियासत बताती है कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच में खींचि लकीर 5 साल तक नगर निगम को किस दिशा में ले जाएगी। सवाल उठता है कि, जिन मुद्दों को लेकर नगर सरकार बनाई जा रही है कहीं राजनीतिक अखाड़े में वो मुद्दे पिछड़ ना जाए। और जबलपुर शहर की जनता एक बार फिर अपने आप को ठगा हुआ महसूस करने लगे।
इस प्रकार होगी बैठक व्यवस्था
- मंच में महापौर, कलेक्टर सहित मुख्य अतिथियों के लिए 15 कुर्सियां लगाई गई हैं। साथ ही मंच में 12 अतिरिक्त कुर्सियां में संत बैठेंगे।
- मंच के नीचे एक तरफ 79 पार्षदों के लिए कुर्सी लगाई गई है। वहीं मंच के दूसरी ओर 80 कुर्सियां प्रेस के लिए रिजर्व की गई है।
- दूसरे वेरीकेट में 150-150 सोफे व=कुर्सियां लगाई गई हैं। जिसमें पार्षदों के रिश्तेदार व वीआईपी लोग मौजूद रहेंगे।
- वीआईपी सीटों के पीछे करीब 1,300 कुर्सियां कार्यकर्ताओं सहित आम नागरिकों के लिए लगाई गई है।
- मंच को बारिश से बचाने डोम और मंच के दाहिने और ग्रीन रूम को भी बनाया गया है।
- इस तरह शपथ ग्रहण समारोह में करीब 18 सौ कुर्सियां लगाई गई हैं। व पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है।
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