भोपाल। राजधानी भोपाल के रवीन्द्र भवन सभागार में मध्यप्रदेश पुलिस के आवास और प्रशासनिक भवनों का लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किया गया. केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पुलिस के आवास और प्रशासनिक भवनों का वर्चुअल लोकार्पण किया. 1304 पुलिस आवासों का लोकार्पण किया गया. जिसमें ग्वालियर में 448, टीकमगढ़ में 120, विदिशा में 80, सिंगरौली में 84, कटनी में 68 श्योपुर में 68, इंदौर में 60, जबलपुर में 44 आवास शामिल है. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 52 पुलिस स्टेशनों के लोकार्पण किया गया है. 18 भवनों का शिलान्यास किया गया. भोपाल में 50 बिस्तर के अस्पताल का शिलान्यास किया गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, डीजीपी सुधीर सक्सेना कार्यक्रम में मौजूद हैं.

सीएम शिवराज ने किया संबोधित

सीएम शिवराज ने कहा कि आज देश में आंतरिक एकता को मजबूत करने का काम किया है. देश की अखंडता एकता के लिए काम करने वाले गृह मंत्री हमारे बीच है. मैंने 2012 में पुलिस के मकानों की दुर्दशा की खबर पड़ी थी. जहांगीराबाद में पुलिस के जर्जर मकान थे. मैंने निरीक्षण भी किया था. तब ही मुख्यमंत्री पुलिस आवास योजना शुरू करने का सोचा था. 25 हज़ार मकान बनाने का लक्ष्य रखा है. 12 हज़ार मकान अब तक बन चुके हैं.

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मध्य प्रदेश पुलिस की अनेकों उपलब्धियां है. डाकुओं के कई गिरोह थे. पुलिस के वीर जवानों ने सबको खत्म कर दिया. नक्सलवादियों ने मंत्री को मार दिया था. सिमी जब जेल तोड़कर निकले तो इनकाउंटर कर दिया. माफियाओं को नेस्तनाबूद कर दिया है. बच्चों की शिक्षा के लिए चिंतित न हो उनकी फीस की जवाबदारी सरकार की है. शहीद के परिवार को एक करोड़ की सम्मान निधि दिया जा रहा है. पुलिस स्वास्थ्य सुरक्षा मप्र में है. अनुबंधित अस्पताल में कैशलेश इलाज किया जा रहा है. जनता के लिए खड़े रहने वाले पुलिस कर्मियों के लिए हमारे भी कर्तव्य है. प्रदेश की समृध्दि विकास के लिए काम कर रहे है.

केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किया संबोधित

केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आज दो महत्वपूर्ण कार्यक्रम एक ही मंच से होने जा रहे हैं. हमेसा पुलिस को अपराधी से दो आगे रखने के लिए तकनीकि जरूरी है. नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी का भूमिपूजन होने जा रहा है. जिससे फोरेंसिक साइंस के क्षेत्र में काम किया जाएगा. लगभग 58 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा. जो बच्चे आगे बढ़ना चाहते हैं, उन्हें कहीं और बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी.

आजादी के बाद इस देश में पुलिस को देखने को नतीजा बदला है. पहले गुजरात और अब देश का गृहमंत्री बनने का मौका मिला है. पुलिस विभाग ही ऐसा है, जो 365 दिन 24 घंटे काम करती है. हमेशा पुलिस बल मुस्तैद रहती है. त्योहारों में सुरक्षा के लिए तैनात रहती है. हम सब दीपावली मनाते हैं, तब पुलिस का जवान कहीं कोई दुर्घटना न हो जाए, इसकी चिंता रहती है. 24 घंटे गुनाहगारों के पीछे लगे रहते हैं.

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35 हजार से अधिक पुलिसकर्मी देश की सुरक्षा में अपनी जान गंवा चुके हैं. जब जाकर यह देश सुरक्षित हैं. तब जाकर आतंकवाद और नक्सलवाद पर लगाम लगती है. सीएम शिवराज और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को बधाई दी. वो 25 हजार पुलिस परिवार को आवास देने जा रहे हैं. परिवार असुरक्षित हो तो कोई भी व्यक्ति ड्यूटी अच्छे से नहीं कर सकता. मप्र सरकार ने पुलिसकर्मियों के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम किया है. पुलिस आवास आत्याधुनिक तरीके से बनाया गया है.

अमित शाह ने कहा कि मालवा क्षेत्र एक जमाने में सीमी का गढ़ था, जो देशभर में भेजे जाते हैं. यही आतंकवादी घटना को अंजाम देते थे. कानून व्यवस्था के आंकड़े भी अच्छे हैं. बीजेपी सरकार प्रदेश में बेहतर काम कर रही है. मप्र हमारे बीमारू राज्य की श्रेणी में था. बीजेपी सरकार आने के बाद प्रदेश में बेहतर काम हुआ है. कोई भी चुनौती हो, कोई भी समय हो, इसका सामने करने के लिए पुलिस बल तैनात रहती है. हर त्योहार में पुलिस मुस्तैद रहती है.

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उन्होंने आगे कहा कि 2003 से लेकर 2009 तक गुजरात की फॉरेंसिक लैब को मजबूत करने का प्रयास कर रहे थे. उस समय बजट की दिक्कत थी. लेकिन सबसे बड़ी ट्रेंड मैनपावर की दिक्कत होती थी. एक फॉरेंसिक साइंस के लिए यूनिवर्सिटी ही क्यों न बनाई जाए. जिसके बाद फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी बनाया गया. जिसमें देशभर के युवा पढ़ने आते हैं.

अब अपराधी पर थर्डडिग्री उपयोग नहीं किया जाता है. अंग्रेजों का शासन नहीं है अब हमारा शासन है. इसलिए गुजरात फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी को नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी बनाया जाए. जिससे देशभर के युवाओं को मौका दिया जाए. थर्डडिग्री की बजाय फॉरेंसिक साइंस की मदद से अपराधी को गुनाह कबूला जाएगा.

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