बालोद। जिले के भालूकोन्हा में हुए संध्या राजपूत हत्या कांड मामले में नया मोड़ आया है. मृतिका के पिता रघुबीर सिंह राठौर ने पुलिस पर मुख्य आरोपी को बचाने का आरोप लगाया है. गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू से शिकायत कर न्याय के लिए गुहार लगाई है.

दरअसल, 28 व 29 जुलाई की रात्रि जिले के ग्राम भालूकोन्हा में संध्या राजपूत नामक महिला की हत्या हो गई थी. मामले का खुलासा करते हुए बालोद पुलिस ने 22 दिन बाद 20 अगस्त को हत्या के आरोप में मृतिका के पड़ोस में रहने वाले युवक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है.

मृतिका संध्या राजपूत के पिता रघुबीर सिंह राठौर और उनकी मां ने पुलिस पर अपनी बेटी को बदनाम करने व मुख्य आरोपी को बचाने का बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए कई सवाल खड़े किए हैं. पिता का आरोप है कि गुंडरदेही जनपद में पदस्थ एडीओ भंवर लाल साहू ने बेटी की हत्या कराई है.

मृतिका के पिता का आरोप एडीओ भुवन लाल साहू ने मेरे बेटी के नाम पर मुझसे 20 लाख मांगे थे. नहीं देने पर नाराज होकर मेरी बेटी को अपने झांसे में लेकर मकान खरीदने के लिए मेरी बेटी ने मुझसे 4 लाख 50 हजार मंगवाया था, तो मैंने 3 लाख नगद और मेरी बड़ी बेटी ने डेढ़ लाख रुपए अकाउंट में ट्रांसफर किए थे. संध्या ने बताया था कि वह मकान अपने नाम पर अपने लिए खरीद रही है.

क्या मकान के लिए संध्या की हुई हत्या ?
दरअसल, जिस मकान के छत पर संध्या राजपूत की हत्या हुई थी, पिता के अनुसार लगभग डेढ़ साल पहले उनकी बेटी ने अपने नाम पर खरीदी थी, जिसके लिए उन्हें अपनी बेटी को 4 लाख 50 हजार दिए थे.

अब उन्हें मकान बेचने वाले और गांव के सरपंच और कुछ लोगों द्वारा यह बताया जा रहा है कि वह मकान पर एडीओ ने अपने नाम पर खरीदा था. वहीं अर्जुंदा थाना पदस्थ विकास राजपूत ने मकान संध्या राजपूत के नाम पर होने की जानकारी दी थी. अगर मकान एडीओ के नाम पर है, तो मेरे द्वारा मकान के लिए दिए गए 4 लाख 50 हजार कहां है.

पिता को संदेह

जिस दिन मेरी बेटी की हत्या हुई, उस दिन एडीओ ने मेरे को बार-बार कॉल किया था. सुबह भी घटना स्थल पर मौजूद था. पुलिस ने जिसे पकड़ा है, उसे संध्या के पिता हत्यारा नहीं मानते. पिता को संदेह है कि एडीओ ने मकान को लेकर उनकी बेटी के साथ विवाद किया होगा और सुपारी देकर उसकी हत्या करा दी.

सवालों के घेरे में पुलिस की कार्रवाई
संध्या राजपूत के माता-पिता का आरोप है कि हमारे प्रति पुलिस के बर्ताव से हमें बालोद पुलिस से न्याय मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही है. हमारे द्वारा जानकारी देने पर हमारी बात नहीं सुनते. उल्टा हमसे बदतमीजी से बात करते हैं. घटना के इतने दिन बाद भी हमसे अब तक कोई बयान क्यों नहीं लिया गया.

पिता का सवाल
पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए संध्या के पिता ने कहा कि जिस जगह नाला में आरोपी की निशानदेही पर चाकू और डंडे बरामद किए गए. 20 दिन बाद भी उसी जगह कैसे मिली. बरसात का समय था. बारिश की पानी से बह जाना था.

गृहमंत्री से जांच की मांग
रघुबीर सिंह राठौर का आरोप है कि पुलिस ने छोटी मछली को पकड़ा है. मुख्य आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं. वे पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी को हत्यारा नहीं मानते. पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी हो. मृतिका की मां ने कहा कि मेरी बेटी को 4 फीट का लड़का नहीं मार सकता. उन्हें खरीद कर उनसे बयान ले जेल भेज, मेरी बेटी को बदनाम किया है. इसलिए असली हत्यारे को जल्द गिरफ्तार किया जाए.

माता-पिता की चेतावनी
गृहमंत्री से न्याय की उम्मीद है. आवेदन दिया हूं, अगर मेरी बेटी के हत्यारे को सजा और मुझे न्याय नहीं मिला तो आईजी कार्यालय के सामने धरना दूंगा.

कुछ भी कहने से बच रहे ADO

वहीं इस मामले में जनपद पंचायत गुंडरदेही के एडीओ भुवन लाल साहू को जानकारी लेने कॉल किया गया तो उन्होंने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं होने की बात कहते हुए मीडिया में कुछ भी कहने से बच रहे हैं.

पुलिस परिवार को पुलिस से नहीं मिल रहा न्याय औरों का क्या ?
बता दें कि मृतिका संध्या राजपूत के पिता सेवा नियुक्त शिक्षक हैं, जो बुढ़ापे में अपनी पत्नी के साथ बेटी के हत्यारा को सजा दिलाने दर-दर भटक रहे हैं, तो वहीं संध्या की दो बड़ी बहन पुलिस में हैं. बावजूद परिवार को पुलिस से इंसाफ नहीं मिल पा रहा है. माता-पिता के आरोप पर पूरे मामले में निष्पक्ष जांच होने के बाद ही पता चल पाएगा कि आरोप में कितनी सच्चाई है.

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