अनिल सक्सेना, रायसेन। हमेशा विवादों में रहने वाली आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी (Ayush doctor Seema Chaudhary) एक बार फिर से विवादों में है। सीमा चौधरी के पास डिग्री तो आयुष की है लेकिन एलोपैथिक से इलाज कर एक महिला की जिंदगी नर्क बना दी। दरअसल आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी ने 3 महीने की गर्भवती का बिना सोनोग्राफी की रिपोर्ट पढ़े अंग्रेजी दवाइयों से इलाज कर दिया। गलत दवाइयों के इस्तेमाल से महिला की तबीयत बहुत बिगड़ गई। इसके बाद डॉक्टर सीमा चौधरी ने उसे बच्चा गिराने की दवाई भी दे दी। इससे गर्भवती महिला की हालत और खराब हो गई। परिजन उसे लेकर रायसेन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसे विदिशा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। महिला की जान बचाने के लिए डॉक्टरों को उसकी पेट में से कई आंतों को काटकर बाहर निकाला गया। डॉक्टरों ने महिला की जान तो बचा ली लेकिन आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी की कारनामा का खामियाजा महिला को आजीवन भुगतना पड़ेगा। महिला अब कभी मां नहीं बन पाएगी। परिजनों ने पुलिस से शिकायत कर सीमा चौधरी पर कार्रवाई की मांग की है।
जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो फिर क्या किया जाए… जिन डॉक्टरों के ऊपर जान बचाने की जिम्मेदारी होती है अगर वही डॉक्टर जान लेने की कोशिश करने लगे तो फिर क्या हो। हम बात कर रहे हैं हमेशा विवादों में रहने बाली आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी की। चौधरी ( आयुर्वेद ) से इलाज ना करते हुए गर्भवती महिला के गर्भ को गिराने के लिए बिना सोनोग्राफी की रिपोर्ट पढ़े इलाज कर दिया। इससे गर्भवती महिला यशोदा की हालत बिगड़ती गई।
हालत बिगड़ने पर परिजन महिला यशोदा को तत्काल जिला अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन उसे विदिशा के मेडिकल कॉलेज ले गए। वहां डॉक्टरों की टीम ने बारीकी से जांच करने के बाद पाया कि आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी के द्वारा गलत इलाज करने के कारण गर्भवती महिला यशोदा की हालत बिगड़ी है। इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिये विदिशा थाने में आवेदन दिया। इसके बाद गर्भवती महिला यशोदा का ऑपरेशन किया। डॉक्टरों ने यशोदा के पेट में से कई आंतों को काटकर बाहर निकाला तब जाकर उसकी जान बची।
परिवार को झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही
वहीं परिजन अब आयुष डॉक्टर पर कार्रवाई के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। वहीं आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी उल्टे इन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही है। परिजनों ने इस आयुष डॉक्टर की शिकायत रायसेन कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे से भी की है।
मामले की जांच करा कर कार्रवाई की जाएगीः स्वास्थ्य मंत्री
वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी (Health Minister Dr. Prabhuram Choudhary) से भी इस महिला आयुष डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है। स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभु राम चौधरी मामले की जांच करा कर कार्रवाई की बात कर रहे हैं।
पीड़िता और परिवार वालों की एक ही मांग- दोषी डॉक्टर के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई
पीड़िता यशोदा का कहना है कि आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी ने अंग्रेजी दवाइयों से मेरा इलाज किया। इसके बाद मेरी तबीयत बिगड़ने लगी। रात में उल्टियां हुई। इसके बाद उसने मुझे गर्भ गिराने के लिए दवाइयां भी दी। बॉटल में मिलाकर इंजेक्शन भी लगाया। परिजन अब इस महिला आयुष डॉक्टर सीमा चौधरी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यशोदा के ससुर रामकरण प्रजापति ने कहा कि जब इस महिला डॉक्टर को अंग्रेजी दवाइयों से इलाज करने की मनाही है तो क्यों उसने मेरी बहू का अंग्रेजी दवाइयों से इलाज किया। यशोदा के पति कल्लू प्रजापति ने कहा कि अब मेरी पत्नी कभी मां नहीं बन पाएगी। ऐसी स्थिति में इस महिला आयुष डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जिससे यह आगे चलकर कोई अन्य महिला की जिंदगी बर्बाद ना कर सके।
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