लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तेज बारिश के मद्देनजर संबंधित जनपदों के अधिकारियों को पूरी तत्परता से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारी क्षेत्र का दौरा कर राहत कार्य पर नजर रखें और प्रभावित लोगों को तत्काल मदद पहुंचाई जाए.

सीएम ने आपदा से हुई जनहानि से प्रभावित परिवारों को अनुमन्य राहत राशि बिना देरी के उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जिन लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा है या पशु हानि हुई है, ऐसे प्रभावितों को तत्काल अनुमन्य वित्तीय सहायता दी जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपदों में इस बारिश से फसलों को भी नुकसान पहुंच सकता है. उन्होंने अधिकारियों को इसका सर्वेक्षण करने के भी निर्देश दिए हैं.

मंडालायुक्त ने किया निरीक्षण

सीएम के निर्देश का असर भी देखने को मिल रहा है. राजधानी में देर रात से बारिश का सिलसिला जारी है. जिसे देखते हुए शुक्रवार को सुबह मंडलायुक्त रोशन जैकब जलभराव वाले इलाकों में में निरीक्षण करने पहुंची. इस दौरान लोगों के लिए टोल फ्री नंबर (1533, 9151055671, 9151055672, 9151055673) जारी किया गया.

एडवाइजरी जारी

बता दें कि गुरुवार रात से हो रही लगातार बारिश को देखते हुए शासन की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है. जिसमें कहा गया है कि-

  • 17 सितम्बर तक भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है. इसे देखते हुए सभी लोग पूरी सावधानी बरतें. पुराने जर्जर भवनों से सावधान रहें. बेहत जरुरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलें.
  • भीड़ भाड़ वाले और ट्रैफिक जाम वाले क्षेत्रों में जाने से बचें.
  • खुले सीवर, बिजली के तार और खम्भों से बच कर रहें.
  • किसी भी सिविक समस्या और जल भराव, वृक्ष गिरने पर जैसी समस्याओं के लिए नगर निगम कंट्रोल रूम के इन नंबरों पर संपर्क करें-

9151055671
9151055672
9151055673
Toll free 1533

  • विद्युत ब्रेकडाउन समस्या के लिए हेल्पलाइन नंबर 1912 पर संपर्क करें.
  • पानी को उबाल कर पिएं, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से ब्लीचिंग पाउडर और क्लोरीन की गोलियां प्राप्त कर लें. किसी भी मेडिकल इमरजेंसी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ कंट्रोल रूम 05222622080 पर सम्पर्क करें.
  • अन्य किसी समस्या के लिए इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल कमाण्ड सेंटर के नंबर 0522,4523000 पर संपर्क करें.
  • सभी शासकीय चिकित्सालय, PHC & CHC, सभी अस्पताल हाई अलर्ट पर रहें. ट्रामा मैनेजमेंट, सर्पदंश, बिजली के झटके और जल जनित रोगों के इलाज की व्यवस्था अपने चिकित्सालयों पर सुनिश्चित कर लें. आकस्मिक सेवाओं में तैनात अधिकारी और कर्मचारी ड्यूटी पर उपस्थित रहें. आवश्यक दवाओं की व्यवस्था, गाड़ियों की व्यवस्था भी सुनिश्चित कर ली जाएं.
  • सभी सरकारी और इमरजेंसी सर्विसेस के कार्यालय खुले रहेंगे. प्राइवेट कार्यालयों के कार्यालय अध्यक्ष / सक्षम अधिकारी को अपने स्तर से अवकाश घोषित करने के सम्बन्ध में उचित निर्णय लेने की सलाह दी जाती है.

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