अजयारविंद नामदेव, शहडोल। आपने ये जुमला तो सुना ही होगा कि’ नेकी कर दरिया में डाल’….. ऐसा ही कुछ हुआ शहडोल जिले के जयसिंहनगर के ग्राम भांटिगंवा के ग्रमीणों के साथ हुआ। ग्रामीणों को गांव में रेत माफियाओं का विरोध करना इतना महंगा पड़ गया कि पुलिस ने रेत खनन माफियाओं (sand mining mafia) के खिलाफ कार्रवाई करने जगह ग्रमीणों पर ही कार्रवाई कर दी। शनिवार को एसपी कार्यालय पहुंचकर ग्रामीणों ने कहा कि साहब…पुलिस के संरक्षण में रेत का अवैध कारोबार चल रहा है। रेत खनन माफिया पर कार्रवाई करने की जगह पुलिस ने सूचना देने वाले ग्रामीणों पर ही कार्रवाई कर दी। इस दौरान ग्रामीणों ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि 5 अक्टूबर तक यदि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी तो सड़क जाम कर जेल भरो आंदोलन करेंगे।
दरअसल 30 अक्टूबर तक रेत के उत्खनन पर रोक लगी हुई है। बाबजूद इसके जिले के जयसिहंगर थाना क्षेत्र के ग्राम भांटिगंवा में रेत माफिया धड़ल्ले से रेत का अवैध खनन उत्खनन कर परिवहन किया जाता रहा।
इसका ग्रामीणों ने 16 सितंबर को विरोध करते हुए पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणो का आरोप है कि जयसिंहनगर पुलिस ने माफियाओं के वाहनों को छोड़ कर उल्टा विरोध कर रहे आदिवासी ग्रामीण लवकेश सिह परस्ते औरक दिनेश सिह मार्को पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर दिया। इससे नाराज ग्रामीणो ने कई किलोमीटर का सफर तंय कर एसपी ऑफिस पहुंच पुलिस अधिकरियों को अपनी आप बीती सुनाई। साथ ही 5 तारीख तक का पुलिस को अल्टीमेटम देकर चेतवानी दी कि यदि दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई तो ग्रामीण सड़क जाम कर जेल भरो आंदोलन करेंगे।
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