रायपुर. प्रोफेशनल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशि थरुर ने पीएम नरेंद्र मोदी पर वार किया है. रायपुर में प्रोफेशनल कांग्रेस को संबोधित करते हुए थरुर ने कहा कि देश में हर कोई परेशान है. चाहे वो चायवाला हो या पकोड़े वाला. केवल एक चायवाले को छोड़कर. थरुर का निशाना पीएम मोदी पर था. थरुर ने कहा कि मोदी और भाजपा के विकास के आंकड़े ये है कि मैंने एक कॉर्टून ट्विटर पर पोस्ट किया है. जिसमे यमराज आता है और कहता है कि आपका समय पूरा हो गया अब तुम्हें जाना होगा. लेकिन तुम्हारी कोई इच्छा है तो बोल दो. वो आदमी कहता है कि मुझे मोदी जी के अच्छे दिन देखने हैं. तो देश इन दिनों इसी हालात से गुजर रहा है. जहाँ तमाम लोग परेशान है, पकौड़े वाला, चाय वाला हर कोई बस एक चाय वाले को छोड़कर.

नाम बदलने वाली सरकार- थरुर

थरुर ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये नाम बदलने वाली सरकार है. ये मार्केटिंग वाली सरकार है. जो सेल करना जानता है. बहुत अच्छे सेल्समैन की तरह. नोटबन्दी गलत विचार था और उसे गलत तरीके से लाया गया. जीएसटी यूपीए के समय का सही निर्यण था जिसे गलत तरीके से मोदी सरकार ने लागू किया. इस कार्यक्रम में पीएल पुनिया, टीएस सिंहदेव, भूपेश बघेल, चरणदास महंत, अरुण उरांव, चन्दन यादव रामदयाल उइके, शिव डहरिया, सत्यनारायण शर्मा सहित कई प्रोफेशनल्स मौजूद रहे.

राजनीति में ईमानदार लोग आएं- ओरांव

इस मौके पर कांग्रेस के प्रभारी सचिव अरुण उरांव ने कहा कि मैंने सिविल सर्विसेस ये सोचकर ज्वाइन किया कि देश की तस्वीर बदलेंगे. आदिवसियों की ज़िंदगी बदलेंगे. लेकिन नौकरी के आने के बाद जब नेताओं से मंत्रियों से मुलाकात हुई तो लगा नौकरी में रहते ये सम्भव नहीं. फिर मैंने तय कि राजनीति आऊंगा. और मैंने 10 साल पहले ही सर्विस रिटायरमेंट लेकर राजनीति में आकर देश बदलने की ठानी. ओंराव ने दावा किया कि वे आज ईमानदारी से राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने ईमानदार लोगों से राजनीति में आने की अपील की.

जेएनयू में पढ़ा हूं, लेकिन देश के खिलाफ नहीं- चंदन यादव

नवनियुक्त प्रभारी सचिव चंदन यादव ने कहा कि वे जेएनयू में पढ़े हैं लेकिन राष्ट्र के खिलाफ नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वे ऐसे भारत के बारे में सोचते हैं जहां वंदे मातरम बंद कमरे में नहीं बल्कि देश के लिए लड़ने के लिए हो. उन्होंने कहा कि देशभक्ति सोशल मीडिया से नहीं हो सकती. इसके लिए देश में सबके हित के लिए काम करना होगा.

 

सबको बराबरी और समानता पर ला सकें, ये काम करेंगे- टीएस

इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ सभी तरफ से घिरा हुआ राज्य है. यहाँ का 42 फीसदी राज्य वन संपदा राज्य है. यह राज कृषि प्रधान है. हमारा छत्तीसगढ़ वैश्विक धर्म वाला राज्य है. लेकिन कोशिश है कि एक ऐसा छत्तीसगढ़ बनाए जो पूरी तरह जाति मुक्त राज्य हो. हम यहाँ के नागरिकों को अगर पूरी तरह से समृद्ध कर पाए तो प्रदेश और देश समृद्ध होगा. यहाँ के किसानों की, आदिवासियों की, दलित वर्ग की, पिछड़े तबके की,  यहां के समग्र निवासियों को विकसित कर पाए तो सही न्याय होगा. हम सभी वर्ग में बराबरी और समानता ला सके इस दिशा में प्रयास करेंगे. छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद मुक्त राज्य बनाने की दिशा में काम करना चाहते हैं. महिला सुरक्षा के लिए हम काम करना चाहते हैं. इस तरह का छत्तीसगढ़ बनाना चाहते हैं.

व्हाट्सअप पर लिखा जा रहा इतिहास- अमिताभ दुबे

अमिताभ दुबे ने कहा कि आज देश को तोड़ने और बांटने का काम हो रहा है. ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है. आज वाट्सएप पर इतिहास लिखा जा रहा है. देश में भ्रम फैलाये जा रहे हैं. बीते 70 साल में जो विकास हुआ है उसका बखान नहीं करना चाहता. सरकार की 23 योजना में 19 योजना कांग्रेस सरकार की है. जिसका नाम बदलकर वर्तमान सरकार काम कर रही है. न्यू इंडिया ओल्ड इंडिया जैसी है. जीडीपी बढ़ा नहीं बल्कि स्थिर है. अच्छे दिन विदेशी निवेशकों के आये हैं देश के नहीं. बीते 3 साल में 10 हजार गाँव तक बिजली पहुँची, जबकि मनमोहन सरकार में पहले साल में ही 28 हजार गाँव में बिजली पहुँची.

उन्होंने कह कि डिजिटल इंडिया की शुरुआत यूपीए सरकार में हो गई थी, इसी तरह आधार कार्ड 2009 में शुरू हो गया था. जनधन योजना से पहले बेसिक सेविंग अकाउंट शुरू हो गई थी. मोदी जी की तरह यूपीए सरकार मार्केटिंग नहीं कर पाई. नोटबन्दी को सफल बनाने के लिए कई गलत बात कही. नोटबन्दी से जीडीपी गिरा. रोजगार का अवसर घटते जा रहा है.