आंतरायिक उपवास यानी इंटरमिटेंट फास्टिंग इन दिनों चल रहा एक काफी प्रसिद्ध डाइट ट्रेंड है. जिसे आम आदमी से लेकर सेलिब्रिटी सभी ट्राई कर रहे हैं. इस डाइट का सिद्धांत खाना खाने और फास्ट करने के फिक्स समय से शरीर की क्षमता बढ़ती है. इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ के इन चार प्रवेश द्वारों में विराजमान हैं मां लक्ष्मी, यहां स्थापित दुर्लभ प्रतिमाएं मंदिर को बनाती है खास

आंतरायिक उपवास यानी इंटरमिटेंट फास्टिंग वैसे तो फास्टिंग का सुरक्षित तरीका है, और इसके साइड इफेक्ट्स भी नहीं देखने को मिलते हैं. इसका उपयोग वजन घटाने के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य संबंधी फायदे जैसे सूजन को कम करने, मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार और बहुत कुछ के लिए किया जा सकता है. आंतरायिक उपवास आहार नहीं है, बल्कि खाने का एक तरीका है. अध्ययनों से पता चलता है कि यह एक प्रभावी वजन घटाने वाला तरीका हो सकता है, लेकिन यह सभी के लिए फायदेमंद नहीं है.

इसे भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ : सराफा कारोबारी की हत्या, कथित BJP नेता गिरफ्तार

पर्याप्त प्रोटीन का करें सेवन

जब भी किसी डाइट का पालन करते हैं तो शरीर की प्रोटीन जरूरतों को पूरा करने पर जरूर ध्यान रखा जाना चाहिए. प्रोटीन को सेल्स का बिल्डिंग ब्लॉक कहा जाता है. अगर प्रोटीन की जरूरत पूरी होंगी तो फैट सेल्स को लीन मसल्स में बदला जा सकता है. यह आपको लंबे समय तक भरपूर महसूस करने में भी मदद करता है. इसलिए अगर प्रोटीन का सेवन करती हैं तो भूख भी कम लगती है और शरीर की पौष्टिक जरूरत भी पूरा होती हैं.

इसे भी पढ़ें : जर्जर सड़कों के आरोप पर पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री मूणत का पलटवार, कहा- हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट के जज से करा लें जांच, दोषी होने पर करें कार्रवाई…

लंबे समय तक फास्ट करना

यह डाइट का तरीका केवल तब ही प्रभावी है जब लंबे समय तक फास्ट रखा जाए. जितनी Óयादा देर तक आप फास्ट करती हैं उतने ही ज्यादा आपको स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं. शुरुआत में बहुत देर तक भूखा रहना थोड़ा मुश्किल लग सकता है लेकिन धीर- धीरे शरीर को भी इसकी आदत पड़ जाती है. हालांकि रोजाना की कैलोरीज़ पर भी ध्यान देना जरूरी है. अगर खुद को फिट रखना है तो कैलोरी काउंट करके ही किसी चीज का सेवन करें. कम समय तक फास्ट करना इतना लाभदायक नहीं होगा.

इसे भी पढ़ें : BIG BREAKING : CM बघेल ने जज से मुलाकात के ED के आरोपों को किया खारिज, कहा- राजनीतिक उद्देश्य से झूठे और शरारतपूर्ण आरोप…

50 प्लस वाली महिलाओं का ज्यादा फायदा

50 से अधिक उम्र की इंटरमिटेंट फास्टिंग करने वाली महिलाओं के लिए वजन घटाने के अलावा भी कई फायदे हैं. जैसे हेल्दी हार्मोन स्राव जो मेनोपॉज के हानिकारक लक्षणों को कम करता है. वजन घटाने और खुद को फिट रखने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग आज के समय का सबसे जबरदस्त विकल्प है. अगर फास्टिंग के लिए चुनाव की बात करें तो आप 16/8 और सप्ताह में 5 दिन इंटरमिटेंट फास्टिंग का विकल्प चुन सकते हैं.

इसे भी पढ़ें : धरती के ‘भगवान’ ने छीनी जिंदगी: प्लाज्मा की जगह चढ़ाया मौसंबी का जूस ! मरीज की मौत के बाद हॉस्पिटल सील…

डाइट प्लान ऐसे बनाएं

  • एक बार में 24 घंटे से ज्यादा तक फास्ट ना रखें.
  • 12 से 16 घंटे तक ही फास्ट रखना एक सही विकल्प साबित हो सकता है.
  • आराम से फास्ट करें और लगातार दिनों तक फास्ट ना रखें.
  • फास्ट के दौरान तरल पदार्थों और हेल्दी डाइट का अधिक सेवन करें.
  • अपनी कैलोरी इनटेक को अधिक कम ना करें.
  • योग और दौड़ने जैसे हल्के व्यायाम करें.

यह लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग से बनाए दूरी

इंटरमिटेंट फास्टिंग की खास बात यह है कि आपको किसी तरह की स्ट्रिक्ट डाइट का पालन नहीं करना होता. इसमें आपको अपनी कैलोरीज और खाने के बीच के अंतराल का ध्यान रखना होता है. भले ही इंटरमिटेंट फास्टिंग भले ही असरदार हो लेकिन कुछ लोगों को इस फास्टिंग की प्रक्रिया से पूरी तरह बचना चाहिए, जिनकी सूची कुछ इस प्रकार है. गर्भवती महिला, स्तनपान कराने वाली मां, क्रोनिक स्ट्रेस के मरीज, भोजन विकार से पीडि़त लोग, नींद की परेशानी से जूझने वाले लोग.

इसे भी पढ़ें : यूरोप में गूंजा CG SONG : ‘हमर पारा तुम्हारा पारा’… बच्ची ने किया डांस, विदेशी भी थिरके, देखें VIDEO…

ध्यान रहे अगर आप इंटरमिटेंट फास्टिंग का सहारा लेने का विचार बना रहे हैं तो किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले. अगर डायबिटीज जैसी बीमारी है तो यह फास्टिंग की प्रक्रिया फॉलो ना करें.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक