जितेन्द्र सिन्हा, गरियाबंद. तेंदूपत्ता की तलाश में एक युवक की जान पर तब बन आई जब वे एक तेंदुए की मांद के पास पहुंच गया. जिस समय यह युवक तेंदुए की गुफा के बाहर तेंदूपत्ता बीन रहा था उसी समय तेंदूआ वहा आ गया और उसने युवक पर हमला कर दिया. जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसे उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ केंद्र छुरा में लाया गया था, जहां से उसे दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया है. मामला गरियाबंद के वन परिक्षेत्र छुरा के जंगल का है.

घायल युवक का नाम राकेश ध्रुव है जो ग्राम कामराज का रहने वाला है और घटना के समय वह अपने दोस्तों के साथ जंगल में तेंदूपत्ता बीनने गया हुआ था. तभी एक तेंदुए ने युवक पर हमला करते हुए उसके सर को मुंह में दबा लिया था और उसके पीठ पर पंजे से कई वार किया भी किया, तेंदुए को हमला करते देख राकेश के दोस्तों ने शोर मचाना शुरू कर दिया. इसी बीच किसी तरह युवक अपने आप को तेंदुए से बचाकर गांव की ओर भागा लेकिन गांव पहुंचने के पहले ही वह बेहोश हो गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने उसे 108 एंबुलेंस की मदद से छुरा अस्पताल पहुंचाया. लेकिन युवक की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे दूसरे अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.

वही घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है. अब कोई भी ग्रामीण जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने जाने हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है. ग्रामीणों की माने तो गर्मी के मौसम में जंगल के अन्दर पानी के स्त्रोत सूख जाते है और यहां के जंगली जानवर पानी की तलाश में गांव की ओर आ जाते है. इस बीच कई बार ग्रामीण इन जंगली जानवरों का शिकार बन जाते है. ग्रामीणों ने तेंदुए को पिंजरे में पकड़ कर घने जंगल में छोड़ने की मांग की है.

वही इस संबंध में रेंजर अशोक भट्ट का कहना है कि घायल को 2000 रूपये की तात्कालिक सहायता प्रदान किया गया है. भट्ट ने बताया कि युवक तेंदुए की गुफा के पास पहुंच गया था. इसलिए उस पर तेंदुए ने हमला कर दिया. ग्रामीणों की पिंजड़ा लगाने की मांग पर भट्ट ने उच्च अधिकारियों से चर्चा के बाद ही कुछ कहने की बात कही.