कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। यह साल सियासत के लिहाज से बहुत खास है. 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए आज मध्यप्रदेश में बीएसपी ने भी चुनावी बिगुल फूंका. BSP नेता स्व. कांशी राम की जयंती पर एमपी में BSP ने अपना चुनावी शंखनाद कर दिया है. मध्यप्रदेश में BSP ने आज चार जोन ग्वालियर, रीवा, उज्जैन और सीहोर में BSP ने सम्मेलन हुए. सम्मेलन में हजारों बीएसपी कार्यकर्ता पहुंचे. 2023 के चुनाव के लिए ग्वालियर चंबल अंचल सभी राजनीतिक दलों के लिए खास है. इसलिए ग्वालियर में आयोजित सम्मेलन में बीएसपी के निशाने पर सीधे सिंधिया रहे BSP विधायक रामबाई से लेकर प्रदेश प्रभारी BSP से राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने सिंधिया के खिलाफ जमकर जुबानी हमला किया.
मध्यप्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में महज 2 सीटें जीतने वाली बीएसपी ने 2023 के लिए चुनावी बिगुल फूंक दिया है. बुधवार को बीएसपी ने एमपी में ग्वालियर रीवा उज्जैन और सीहोर में जोन सम्मेलन आयोजित किए. चारों जोन सम्मेलन में MP के सभी 52 जिलों के बीएसपी कार्यकर्ता, पदाधिकारी शामिल हुए, लेकिन सबसे खास ग्वालियर का सम्मेलन रहा, क्योंकि इस ज़ोन सम्मेलन में मध्यप्रदेश के मुख्य प्रभारी BSP के राज्यसभा सासंद रामजी गौतम शामिल हुए.
इसके साथ ही मध्यप्रदेश की पथरिया विधानसभा से BSP विधायक रामबाई भी ग्वालियर सम्मेलन में मौजूद रही. सम्मेलन के दौरान दूसरी पार्टियों के करीब एक दर्जन छोटे बड़े नेताओं ने BSP का दामन थामा. ग्वालियर में निवाड़ी के पूर्व जनपद उपाध्यक्ष भाजपा नेता अवधेश प्रताप सिंह राठौर ने BSP की सदस्यता ली. वही सिंधिया के गढ़ में BSP ने केंद्रीयमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर निशाना साधा. BSP विधायक राम बाई ने तो खुले मंच से सिंधिया को टारगेट करते हुए कहा की.
BSP विधायक रामबाई ने कहा कि ग्वालियर चंबल कोई सिंधिया का गढ़ नहीं है. सिंधिया का गढ़ होता तो वह क्यों एक पार्टी से दूसरे पार्टी में चले जाते हैं. सिंधिया जी जनता के हित के लिए नहीं अपने हित के लिए पार्टी छोड़ कर गए हैं. ये सिंधिया जी का गढ़ नहीं है. जनता का गढ़ है, और हमें भरोसा है कि जनता इस बार BSP को आशीर्वाद देगी. BSP के विधायक जिताएगी.
मध्यप्रदेश के मुख्य प्रभारी बीएसपी के राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने भी मंच से कांग्रेस-BJP से ज्यादा सिंधिया पर निशाना साधा. गौतम ने कहा कि एमपी में 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और इस बार कम से कम 111 सीटों पर जीत हासिल करेंगे. ग्वालियर चंबल अंचल में सिंधिया जी पहले भी हमारे लिए कोई चुनौती नहीं थे और अब भी चुनौती नहीं है. ग्वालियर चंबल अंचल में दल बदलू नेताओं से जनता ऊब चुकी है. लिहाज़ा BSP को समर्थन देगी.
मध्यप्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिए ग्वालियर चंबल अंचल शुरू से ही खास रहा है. यही वजह है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के बाद अब बीएसपी ने भी चुनावी ताल ठोक दी है. ग्वालियर चंबल अंचल सहित उत्तर प्रदेश से सटी MP की विधानसभा सीटों पर बीएसपी का वोट शेयर 10 से लेकर 25 फीसदी तक रहा है. लिहाज़ा 2023 में भी बीएसपी इन्हीं सीटों पर बेहतर संभावना मानकर चल रही है. इसी के चलते बीएसपी इन इलाकों में बीजेपी कांग्रेस की बजाय सीधे सिंधिया को टारगेट कर रही है.
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