हेमंत शर्मा,इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत की अपनी ही पार्टी से लगातार बगावत देखने को मिल रही है. शेखावत मध्यप्रदेश में बीजेपी की खराब हालत का जिम्मेदार सिंधिया और बाहर से कांग्रेसियों को मानते हैं. शेखावत कह रहे हैं कि बीजेपी में अब जमीनी कार्यकर्ता और असली भाजपा नेताओं की पूछ परख खत्म हो गई. भंवर सिंह शेखावत अपनी ही पार्टी के द्वारा तवज्जों नहीं मिलने को लेकर इन दिनों काफी व्यथित नजर आ रहे हैं. वे लगातार अपनी पार्टी को बाहरी कांग्रेसियों के आने के बाद हुई खराब स्थिति से अवगत करा रहे है.

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दीपक जोशी के नाराजगी को लेकर भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि दीपक जोशी ने लगातार अपनी व्यथा बताने की कोशिश की, लेकिन पार्टी में किसी ने उनकी बात नहीं सुनी. अब उनका जो भी निर्णय है. उनका अपना है. सही है या गलत वह दीपक जोशी जाने. बदनावर सीट से राज्यवर्धन दत्तीगांव के चुनाव को लेकर शेखावत ने भविष्यवाणी की है कि वह 110% अगला चुनाव हारेंगे. अगर भारतीय जनता पार्टी में इसी तरह चलता रहा तो आने वाला समय बीजेपी के लिए मध्यप्रदेश में मुश्किल होगा.

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यदि सिंधिया के साथ मिलकर सरकार नहीं बनाई गई होती तो आज भारतीय जनता पार्टी की स्थिति मध्यप्रदेश में बहुत मजबूत होती. इसमें हम लोगों का क्या कसूर ? हम लोगों ने 70 साल में पार्टी को स्थापित किया. आज जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी को स्थापित किया, उन्हें पार्टी ने विस्थापित कर दिया. कभी उम्र का क्राइटेरियां बताते हैं. अब हम सभी के दावेदार पीछे हट कर बैठे हैं. हमने विधानसभा 2018 के चुनाव में पार्टी को चेताया था.

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कुछ लोग पार्टी को हराने में पार्टी में ही कोशिश कर रहे हैं. मेरे खिलाफ जो कैंडिडेट खड़ा हुआ था, उसी को ही पार्टी के कुछ लोग पैसे भी दे रहे हैं. उसकी मदद भी कर रहे हैं. मुझे हराने की कोशिश कर रहे हैं. मैंने इसकी शिकायत पार्टी हाईकमान से भी की थी. जिनके कारण पार्टी चुनाव हारी है. उनकी जवाबदारी पहले पार्टी ने तेज क्यों नहीं की. मध्य प्रदेश कितना बड़ा है. कांग्रेस और बीजेपी अक्सर एक-दूसरे के संपर्क में रहती हैं. कार्यकर्ता नेता एक दूसरे से मिलते जुलते रहते हैं.

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