रायपुर। बोर्ड परीक्षा के दौरान अब परीक्षा कक्ष में शिक्षक भी मोबाइल नहीं रख सकेंगे. पहले ये नियम सिर्फ स्टूडेंट्स पर ही लागू था. लेकिन अब माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बड़ा फैसला लिया है. परीक्षा समिति की बैठक में ये निर्णय लिया गया कि शिक्षकों को परीक्षा कक्ष में जाने के पहले केंद्राध्यक्ष के पास मोबाइल जमा करना होगा.

नए सदस्यों की नियुक्ति और समिति के गठन के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षा समिति की पहली बैठक कल हुई. इसमें परीक्षा एवं मूल्यांकन व्यवस्था, परीक्षा केंद्र निर्धारण समेत दूसरे कई विषयों पर चर्चा कर फैसले लिए गए.

परीक्षा कक्ष में विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों के लिए भी मोबाईल फोन, ब्लू टूथ, ईयर फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है. बता दें कि मंडल सदस्य संजय जोशी की पहल पर परीक्षा समिति में ये फैसला लिया गया है.

बैठक में नए परीक्षा केंद्रों को भी मंजूरी दी गई. इस बार नए केंद्र मिलाकर परीक्षा केंद्रों की संख्या 2155 हो गई है. पिछले साल 2080 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. मूल्यांकन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बाद शिक्षक खुद कंप्यूटर पर अंक एंट्री करेंगे. संवेदनशील और अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों में केंद्राध्यक्ष के अलावा जिला प्रशासन के अधिकारी की भी पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्ति करने का फैसला लिया गया है. इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा जाएगा.

वहीं परीक्षा केंद्रों में मोबाइल के इस्तेमाल पर सख्ती बरती जाएगी. परीक्षा समिति में लिए गए फैसले के मुताबिक, परीक्षा कक्ष में अब शिक्षक भी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे. कई परीक्षा केंद्रों में शिकायत मिली थी कि परीक्षा हॉल में टीचर्स 3 घंटे मोबाइल लेकर बैठे रहते हैं. इस दौरान वे बात भी करते हैं. निःशक्तों के लिए विशेष सुविधा प्रदान की जाएगी. बैठक में मंडल सदस्यों ने भी अपने सुझाव रखे थे.

माशिमं सदस्य संजय जोशी ने कहा कि परीक्षा कक्ष में शिक्षकों द्वारा मोबाइल पर बात करने से विद्यार्थियों को दिक्कत होती है. कई शिक्षक तो परीक्षा के दौरान गाने भी सुनते हैं.