नई दिल्ली. झारखंड की 9 वर्ष उम्र की बच्ची को दिल्ली लाकर बेच दिया गया. बंधक पड़ी हुई इस लड़की को दिल्ली महिला आयोग ने रविवार को छुड़ा लिया. बच्ची का कहना है कि उसके साथ दुष्कर्म किया जाता रहा.

 दिल्ली महिला आयोग ने इस दिशा में तब कदम उठाया, जब खुद को लड़की का पिता बताने वाले एक व्यक्ति ने आयोग की हेल्पलाइन पर लड़की के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी को 9 वर्ष की उम्र में मेले से अगवा कर लिया गया और उसे दिल्ली लाकर बेच दिया गया.

आयोग की टीम ने लड़की के पिता से मुलाकात की. लड़की के पिता ने बताया कि उनके पास जानकारी है कि उनकी बेटी नीलम नाम की एक महिला के पास है और वह उसके घर का पता जानते हैं.

आयोग की टीम लड़की के पिता द्वारा बताए गए पते पर पहुंची, जहां उन्हें नीलम नाम की महिला मिली. महिला ने बताया कि कुछ दिन पहले वह लड़की को रोहिणी सेक्टर- 11 से लेकर आई थी. लेकिन उसने अब उसे एक एनजीओ में सुरक्षित भिजवा दिया है. नीलम शुरुआत में उस एनजीओ के बारे में जानकारी देने से कतरा रही थी. लेकिन थोड़ी देर बाद उसने एनजीओ का पता बताया. इसके बाद टीम बताए हुए पते पर पहुंची. लेकिन वह एनजीओ नहीं था, बल्कि एक वकील का घर था.

टीम ने जब वकील से बात की तो उसने कबूल किया कि लड़की उसके पास लाई गई थी, लेकिन लड़की को न्यू राजेंद्र नगर में एक जगह पर भिजवा दिया है. टीम वकील द्वारा बताए गए पते पर पहुंची, जहां लड़की से घरेलू सहायिका का काम करवाया जा रहा था.

लड़की को उस घर से छुड़ाकर राजेंद्र नगर पुलिस स्टेशन ले जाया गया. लड़की की पुलिस स्टेशन में काउंसलिंग की गई. लड़की ने काउंसलिंग के दौरान बताया कि उसे बहुत छोटी उम्र में उसके गांव का ही एक व्यक्ति बहला-फुसलाकर दिल्ली ले आया था और दिल्ली में एक महिला के यहां रखवा दिया था.

पीड़िता ने बताया कि उसके साथ कई लड़कों ने दुष्कर्म किया. उसने कुछ आरोपियों के नाम भी बताए. वहीं पीड़िता ने कुछ अन्य स्थानों के बारे में भी जानकारी दी, जहां उसे रखा गया था और उसके साथ दुष्कर्म किया गया था. पीड़िता की मेडिकल जांच करवाई गई, उसके बाद उसे एक शेल्टर होम में भिजवा दिया गया.

इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस कार्रवाई कर ही है.