मॉस्को, रूस। रविवार को मॉस्को से उड़ान भरने के बाद एक रूसी विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इसमें क्रू मेंबर समेत विमान में सवार सभी 71 यात्रियों की मौत हो गई थी. अब इस घटना की जांच में पता चला है कि ये हादसा पायलट की गलती से हुआ था.
रूसी जांचकर्ताओं ने कहा कि विमान के पायलट हीटिंग यूनिट को चालू करने में विफल रहे, जिसके कारण ये हादसा हुआ. एन-148 के फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर का अध्ययन करने के बाद इंटरस्टेट एविएशन कमिटी ने कहा कि ये हादसा तब हुआ, जब विमान के पायलट को दो स्पीड इंडिकेटर पर अलग-अलग आंकड़े दिखाई दिए. वहीं इस तरह की दोषपूर्ण रीडिंग इसलिए आई, क्योंकि विमान के पायलट टेक ऑफ से पहले हीटिंग यूनिट को शुरू नहीं कर पाए थे.
बताया जा रहा है कि पायलटों ने उड़ान भरने के बाद एन-148 को ऑटो पायलट पर लगाया, लेकिन एक इंडिकेटर शून्य देखने पर इसे मैन्युअल कंट्रोल पर वापस ले लिया. इंटरस्टेट एविएशन कमिटी ने कहा कि वो डेटा की पड़ताल जारी रखेंगे.
बता दें कि घरेलू साराटोव एयरलाइंस का विमान शॉर्ट-हॉल एएन-148 यात्रियों को लेकर यूराल क्षेत्र के ओर्स्क शहर के लिए रवाना हुआ था. ये मॉस्को के बाहरी जिले रामेंस्की में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान में 65 यात्री और चालक दल के छह सदस्य सवार थे.
विमान उड़ान भरने के 10 मिनट बाद ही रडार से गायब हो गया था. रामेंस्की के अंतर्गत आने वाले आग्र्यूनोवो गांव के चश्मदीदों ने बताया कि उन्होंने एक जलते हुए विमान को आसमान से नीचे गिरते देखा. विमान का मलबा करीब एक किलोमीटर की परिधि में फैल गया. फ्लाइट रिकॉर्डर बरामद हो गया था.
वहीं मृतकों के शव भी बिखरे पड़े मिले. रूस के परिवहन मंत्री मैक्सिम सोकोलोव ने बताया था कि हादसे में कोई भी जीवित नहीं बचा है और मारे गए लोगों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराए गए हैं.