रायपुर। राजधानी में मंगलवार 23 अप्रैल को वैशाख पूर्णिमा के खास अवसर पर विशेष ध्यान संध्या का आयोजन किया गया. GMCKS प्राणिक हीलिंग सेंटर द्वारा समता कॉलोनी स्थित महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल महाविद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में मंच का संचालन महेंद्र अग्रवाल और श्वेता साहू ने किया। दो घंटे तक चली इस विशेष ध्यान संध्या में 300 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया.

बता दें कि ध्यान संध्या के दौरान स्कूली बच्चों संग बुजुगों में भी उत्साह देखा गया. सभी स्वेच्छा से शांति के लिए नई तकनीक सीखने शामिल हुए. सेंटर हेड महेंद्र अग्रवाल ने बताया कि बीते वर्ष से इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस मौके पर द्वि-हृदय ध्यान पद्धति से लोगों के शरीर में ऊर्जा उत्पन्न की गई. इसके अंतर्गत पहले हृदय चक्र और फिर सहस्रार चक्र ध्यान कराया गया. इससे परमात्मा के होने का अहसास होता है. मानव शरीर में सातवां चक्र सहस्रार होता है. एक सक्रिय चक्र आपको अपनी चेतना के उच्चतम रुप से जोड़ने में मदद करता है। सहस्रार चक्र का स्थान सिर के शीर्ष पर है यह दिव्यता का केंद्र है.

कार्यक्रम के दौरान महेंद्रअग्रवाल ने बताया कि जब कोई व्यक्ति अपने जीवन शैली में रोजाना मेडिटेशन के अपनाता है, तब उसे विभिन्न तरह के लाभ देखने को मिलते है. यह दो प्रकार से हो सकता है, जिसमें शारीरिक और मानसिक दोनों लाभ को शामिल किया गया है. जिस व्यक्ति को बीपी, शुगर की समस्या हो वह यदि रोजाना ध्यान करें तो इसे कंट्रोल किया जा सकता है. ध्यान करने से आपके विचार सकारात्मक होते हैं और सकारात्मक विचार से किसी भी बीमारी का प्रभाव अधिक नहीं होता. मानसिक रुप से इसके विभिन्न लाम है, जिसमे शांति, विचार में स्पष्टता, निर्णय लेने की क्षमता में बढ़ोत्तरी है. सकारात्मक सोच से सकारात्मक घटना होती है.

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
Read More:- https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H