डेस्क. यूं तो मतदाता पहचान पत्रों की गड़बड़ियों से लोग बुरी तरह से आजिज थे. आधार में सबकुछ इलेक्ट्रानिक तरीके से दर्ज होने के बाद माना जा रहा था कि कम से कम आधार कार्ड में बड़ी गल्तियां नहीं होंगी.

राजस्थान के सीकर जिले में आधार बनाने वालों ने गजब कर डाला. भले ही अभी तक हम औऱ आप हनुमान जी की पूजा करते रहे हों उन्हें अपना आराध्य मानते रहे हों लेकिन आधार बनाने वालों ने हनुमान जी का भी आधार कार्ड बना डाला. इतना ही नहीं आधार कार्ड बनाकर बकायदा उसकी डिलीवरी भी हनुमान जी के पते पर कर दी.

दरअसल सीकर के विकी कुमार को जब उनके घर के पते पर डाकिया हनुमान जी का आधार कार्ड लेकर आया तो विकी चौंक गया. दरअसल उसने पहले कई बार आधार कार्ड बनने के लिए अप्लीकेशन दिया लेकिन हर बार उसके अप्लीकेशन को रिजेक्ट कर दिया गया. फिर उसने मजाक-मजाक में आधार अप्लीकेशन के लिए हनुमान जी का नाम लिख दिया और आश्चर्य की बात इस बार हनुमान जी के नाम पर न सिर्फ आधार कार्ड बन गया बल्कि हनुमान जी की फोटो के साथ और 12 अंकों के आधार नंबर के साथ उसकी डिलिवरी भी लिखे गए पते पर हो गई.

आधार कार्ड जैसी पहचान प्रणाली में जहां इस किस्म की गलती की गुंजाइश बेहद कम होती है. ऐसी गलती होना वाकई में इस पूरी पहचान प्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है. अब इस घटना के बाद तो यही लगता है कि आधार कार्ड भी गड़बड़ी से परे नहीं हैं. भले सरकार लाख दावे करे पर आधार में अब कुछ भी हो सकता है.

फिलहाल सीकर में हनुमान जी का आधार कार्ड बनना चर्चा का विषय बना हुआ है. वैसे कभी खुद हनुमान जी ने भी सपने में नहीं सोचा होगा कि एक दिन उनको अपना आधार कार्ड बनवाना पड़ेगा. तारीफ करनी होगी आधार कार्ड बनाने वालों की कि उन्होंने बकायदा हनुमान जी का पता भी खोज लिया. भले ही लोग सालों कठिन तपस्या करके हनुमान जी का पता न खोज पाए हों लेकिन आधार कार्ड बनाने वालों ने बकायदा हनुमान जी का पता खोज ही डाला. वैसे हनुमान जी का आधार कभी बनेगा ये किसी ने न सोचा होगा लेकिन आधार बनाने वालों ने आखिरकार हनुमान जी को भी आधार कार्ड बनवाने के लिए मजबूर कर दिया. फिलहाल इस घटना की चर्चा पूरे देश में लंबे समय तक की जाएगी.