सत्यपाल राजपूत, रायपुर. धान खरीदी की जंग में अब आम आदमी पार्टी भी कूद गई है. बुधवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता तीन सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टोरेट का घेराव कर दिया. उन्होंने मांग की है कि प्रदेश में धान खरीदी की तारीख 15 दिन बढ़ाए जाए. तीनों मांगों को लेकर सीएम के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया. इस दौरान आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जिसके दम पर प्रदेश में सरकार बनाई है उसी पर लाठी बरसाई जा रही है. ये सही नहीं है हम इसका पुरजोर तरीके से विरोध करते हैं.

आम आदमी के प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल ने बताया कि प्रदेश में अभी 80 फीसदी ही धान खरीदी हुई है. टोकन व्यवस्था बेमौसम बारिश और रकबा को लेकर हो रही तमाम परेशानियों की वजह से किसान धान नहीं भेज पाए हैं. 2 दिन में धान खरीदी बंद हो जाएगा. किसान कोचियो के पास धान बेचने को मजबूर हो जाएंगे, इसलिए आज कलेक्टर को हमने ज्ञापन सौंपा है. कृषि भूमि की रकबा के आधार पर पंजीकृत किसानों की धान खरीदी एवं खरीदी की तिथि आगे बढ़ाया जाए. साथ ही कहा कि यदि यह मांग पूरी नहीं की गई तो प्रदेश स्तर पर किसानों के साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.

आप के जिला अध्यक्ष कमल नायक ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि धान नहीं खरीदने के दस बहाने बनाए जा रहे हैं. जैसे टोकन सिस्टम. बारदाना की कमी, अगर सरकार चाहती है तो पुराने रखे बारदानों से भी खरीदी संभव है.

कांग्रेस ने गंगाजल उठाकर घोषणा की थी कि एक-एक दाना धान खरीदेंगे, लेकिन यहां किसान ही धान नहीं भेज पा रहे हैं. जिन किसान के दम पर कांग्रेस ने प्रदेश में सरकार बनाए हैं आज उसी पर लगातार अत्याचार हो रहा है. परेशान किया जा रहा है. लाठियां भी भांजी जा रही है. किसान किसी को बढ़ाना जानते हैं तो उसका बिगाड़ना भी जानते हैं.