Aate Ka Deepak: हिंदू धर्म में पूजा-अर्चना, दीपक जलाए बिना पूजा अधूरी मानी जाती है. पूजा के दौरान मिट्टी से लेकर आटे के दीपक तक का इस्तेमाल किया जाता है.

पूजा के उपयोग होने वाला आटे का दीपक भी कई प्रकार का होता है. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं की किस आटे का दीपक जलाने से व्यक्ति को किस प्रकार के फायदे मिल सकते हैं.

उड़द आटे के दीया (Aate Ka Deepak)

यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन में शत्रुओं से परेशान है तो ऐसी स्थिति में उसे उड़द के आटे का दीपक जलाना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को शत्रुओं पर विजय प्राप्त हो सकती है.

मूंग के आटे का दीया (Aate Ka Deepak)

अगर कोई व्यक्ति आर्थिक संकट से परेशान है तो इसके लिए पूजा के दौरान मूंग के आटे का दीपक जलाना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति के घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है. साथ ही दरिद्रता भी दूर होती है.

गेहूं आटे का दीया (Aate Ka Deepak)

यदि आपके जीवन में भी वाद-विवाद जैसी स्थिति बनी हुई है, तो इसके लिए आपको गेहूं के आटे का दीपक जलाना चाहिए. ऐसे में पूजा करने के दौरान आटे का दीपक जलाएं और भगवान से सुख-शांति की कामना करें. इससे आपको जीवन में चल रही लड़ाई-झगड़े से मुक्ति मिल सकती है.

इन बातों का रखें ध्यान (Aate Ka Deepak)

यदि आप अपनी किसी मनोकामना की पूर्ति के लिए दीपक जला रहे हैं तो इसे बढ़ते क्रम या घटते क्रम में जलाना चाहिए. उदाहरण के तौर पर अगर बढ़ते क्रम में दीपक जला रहे हैं तो 1 दीपक से शुरुआत करते हुए 11 दीपक जलाएं. वहीं, अगर घटते क्रम में दीपक जलाते हैं तो 11 से शुरुआत करते हुए आखिरी दिन 1 दीपक जलाएं. मनोकामना पूर्ति के लिए 1 दिन, 21 दिन या फिर 31 दिन दीपक जलाना शुभ माना जाता है.