दुर्ग। एन्टी करप्शन ब्यूरो ने मंगलवार को जिला आयुर्वेद अधिकारी कार्यालय में क्लर्क और चपरासी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए क्लर्क का नाम अरूण शाह है जो कि सहायक ग्रेड 2 के पद पर पदस्थ है वहीं चपरासी का दिलीप कुमार है.

दोनों आरोपियों ने प्रार्थी दीपक कुमार यादव से 2 साल की परिवीक्षा अवधि के बाद नियमितीकरण और नया वेतन जारी करने के नाम पर 5000 रुपए की रिश्वत मांगी थी. प्रार्थी दीपक ने पूर्व में 2500 रुपए रुपए एडवांस के तौर पर रिश्वत दे भी दिया था लेकिन इसके बावजूद उससे बाकी की रकम मांग कर परेशान किया जा रहा था. प्रार्थी का वेतन आदेश जारी होने के बावजदू भी नया वेतन उसे नहीं दिया जा रहा था. जिससे तंग आकर उसने ACB को इसकी शिकायत की.

शिकायत मिलने के बाद ACB की टीम ने प्रार्थी दीपक को ढ़ाई हजार की रकम लेकर आयुर्वेदिक अस्पताल के कार्यालय भेजा. जहां बाबू ने प्रार्थी से खुद पैसा नहीं लिया और चपरासी को दिलवा कर अपने दराज में डलवा लिया. जिसके बाद एसीबी की टीम ने दोनों को रिश्वत लेने के आरोप में धर दबोचा.