इमरान खान, खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक अजीबोगरीब चोरी का मामला सामने आया है. जहां एक शातिर बदमाश जिस बैरक में अपने साथी के साथ जेल की सजा काट रहा था, जेल से छूने के बाद उसी के घर चोरी की घटना को अंजाम दिया. जिला जेल का खुद को आरक्षक बता कर जेल के पास से ही मोटरसाइकिल और मोबाइल लेकर फरार हो गया. घटना की शिकायत पीड़ित ने थाना कोतवाली में की है. पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.

दरअसल, मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है. जहां एक साल से खंडवा जेल में भंगी जमरे और यूनुस मंसुरी दोनों एक ही बैरक में बंद थे. कुछ दिन बाद यूनुस मंसूरी की जमानत हो गई. इस पर भंगी जमरे ने यूनुस से कहा कि तुम जेल से बाहर जाओगे तो मेरे गांव पिपलोद जाकर मेरे बेटे से भी जमानत के लिए बोल देना. जिसके बाद जिला जेल से छूटकर यूनुस फर्जी जेल आरक्षक बंद कर भंगी जमरे के घर गया. जहां उसके बेटे कैलाश जमरे से कहा, मैं खंडवा जेल में आरक्षक हूं और जेल में तुम्हारे पिताजी से बात करते रहता हूं. आरोपी ने कहा कि तुम्हारे पिता ने कहा है कि मेरे पुत्र कैलाश से पूछना की मेरी जमानत कब होगी, मेरी जमानत के लिए क्या कर रहा है. पीड़ित ने बताया कि आरोपी ने हमें खंडवा जेल ले गया और जेल के पास बोला अपनी यूनिफॉर्म पहनकर आ रहा हूं. जिसके बाद वह बाइक और मोबाइल लेकर फरार हो गया.

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घटना की जानकारी देते हुए खंडवा कोतवाली टीआई ने बताया कि शिकायत मिली है. मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. आरोपी ने खुद को जेल का आरक्षक बताकर कैलाश जमरे की मोटरसाइकिल और मोबाइल लेकर फरार हो गया है, जिसकी तलाश की जा रही है.

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