मुंगेली। जिले के अधिकारी लोगों की समस्याओं को लेकर कितने गंभीर हैं, वो इसी से पता चलता है कि महिला एवं बाल विकास विभाग की अधिकारी ड्यूटी ऑवर में अपने चैंबर में ताला लगाकर नदारद रह रही हैं.

लोगों का कहना है कि महिला एवं बाल विकास विभाग की डीपीओ सुजला शर्मा अक्सर नदारद रहती हैं और ऑफिस में ताला लगा देखकर उन्हें बार-बार लौटना पड़ता है.

 

बता दें कि 2012 में मुंगेली जिला बना. इसके बाद यहां प्रशासनिक और अन्य विभाग के अधिकारियों की नियुक्ति की गई. लोगों को अलग-अलग दफ्तरों के चक्कर काटकर परेशान नहीं होना पड़े, इसके लिए करोड़ों रुपए की लागत से संयुक्त जिला कार्यालय भवन का निर्माण किया गया और उस भवन में कलेक्टर, एसपी के ऑफिस के अलावा कई महत्वपूर्ण विभागों के कार्यालय खोले गए. लेकिन अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को लेकर गंभीर नजर नहीं आते.

कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग की डीपीओ सुजला शर्मा को लेकर लोगों की शिकायतें मिल रही हैं कि वे अक्सर अपने कार्यालय से नदारद रहती हैं. लोगों ने इस बात की शिकायत कलेक्टर से भी की. कलेक्टर एन एन एक्का ने खुद इस बात की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर सुजला शर्मा के ऑफिस को सील कर दिया गया है.

इधर कलेक्टर की इस कार्रवाई से दूसरे विभागों में भी हड़कंप है. बाकी विभागों के अधिकारी भी इस कार्रवाई को देखकर सतर्क हो गए हैं और समय पर कार्यालय पहुंचकर लोगों की समस्याओं को दूर कर रहे हैं. अब देखना होगा कि अधिकारी कब तक अपनी ड्यूटी को लेकर सजग रहते हैं.